भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आज साल का आखिरी सूर्य ग्रहण है (Surya Grahan 2022) और ये भारत सहित विश्व के कई हिस्सों में देखा जा रहा है। सूर्य ग्रहण की वजह से इस बार गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को मनाई जाएगी। भारत में इसका सूतक सुबह 4 बजे से शुरु हो गया है लेकिन इसका प्रभाव शाम शाम 4 बजकर 29 मिनट से शुरू होगा। ये ग्रहण काल शाम 6 बजकर 9 मिनट तक चलेगा। ग्रहण लगने के बारह घंटे पहले से सूतक काल प्रभावी हो चुका है।
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दिवाली के बाद आज के सूर्य ग्रहण आंशिक है और ये दुर्लभ संयोग बना है कि दिवाली के साथ ही सूर्य ग्रहण लगा है। अब 10 साल बाद ऐसा संयोग साल 2032 में बनेगा। दिल्ली, बंगलुरु, कोलकाता, चेन्नई, उज्जैन, वाराणसी और मथुरा सहित कुछ स्थानों पर ग्रहण दिखाई देगा। सूर्यग्रहण के कारण इस बार अन्नकूट महोत्सव और गोवर्धन पूजा (Govardhan puja) आज नहीं मनाई जा रही है। 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा मनाई जाएगी और इसके एक दिन बाद 27 अक्टूबर को भाई दूज का पर्व मनाया जाएगा। आज इस दौरान किसी तरह की पूजा पाठ नहीं होगी और मंदिर भी बंद रहेंगे।
26 अक्टूबर को मनाई जाने वाली गोवर्धन पूजा के दौरान अन्नकूट बनाया जाता है और श्रीकृष्ण को 56 या 108 पकवानों का भोग लगाया जाता है। गोवर्धन पूजा करने के लिए घर को गोबर से लीपकर गोवर्धन का चित्र बनाएं और फिर उनकी विधि विधान से पूजा करें। मान्यता है कि भगवान इंद्र ने जब ब्रजवासियों पर कुपित होकर मूसलाधार बारिश की थी तो श्रीकृष्ण ने अपनी छोटी उंगली से गोवर्धन पर्वत उठा लिया था और उसके नीचे सभी को सुरक्षित किया था।