जीवनशैली, डेस्क रिपोर्ट। क्या आप विचारों में डूब जाते हैं? आप किसी के साथ समय बिताते हैं तो क्या आप उस समय भी वर्तमान चीजों को छोड़कर विचारों में खो जाते हैं? लोग आपको हमेशा खोया हुआ ही पाते हैं? यदि इसका जवाब हाँ है तो आपको इसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। क्योंकि इस रवैया से आपके मानसिक स्थिति के साथ साथ आपकी रचनात्मक और उत्पादक क्षमता भी प्रभावित होती है। हर समय विचलित रहना अच्छी बात नहीं है।
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डिस्ट्रैक्शन के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि अपना भोजन ठीक से नहीं करना, विचारों से भावनात्मक रूप से आहत होना और अन्य ऐसी कई कारण जो कि आपके रूटीन में होते रहते हैं। लेकिन आप उन बातों को दिल से लगा बैठते है, जिसे भावनात्मक रूप से बातों को ले लेना शामिल है। अगर आपकी यह रोज की समस्या बन गयी है तो अपना ख्याल रखें इन तरीकों से। लेकिन उसके पहले ध्यान भटकने के कारण जान लेते हैं, जिन्हे आप अक्सर अनदेखा कर देते हैं।
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चिंता, अवसाद, डिस्लेक्सिया, अटेंशन-डेफिसिट/हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर जैसी मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे एक समय के बाद आपके डिस्ट्रैक्शन का कारण बन जाता है। जब आप भावनात्मक रूप से परेशान होते हैं, तो आप विचलित होने लगते हैं। टालमटोल करने से भी आपको थकान महसूस होती है जिससे आप ठीक से ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं।
जब आप एक ही काम को निरंतर और रोज करते हैं तो आप नीरस और निराश हो जाते हैं और यह निराशा हमे झुंझलाहट के नजदीक ले जाती है। यह भी कारण हैं विचलित होने का। मल्टी-टास्किंग भी ध्यान भटकाने के पीछे एक और बड़ा कारण है। जब आप एक बार में बहुत सारे काम करते हैं तो किसी एक चीज पर ध्यान केंद्रित करना मुमकिन नहीं होता खासकर मानसिक रूप से। जब आप केंद्रित नहीं होते तो आप पूरी क्षमता से काम नहीं कर पाते।
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ध्यान केंद्रित कैसे करें::
सबसे पहले अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य की देखभाल करने के लिए समय निकालें। दैनिक व्यायाम करने के साथ समय पर भोजन करें और पर्याप्त नींद लें। बोरियत का चक्र तोड़ने के लिए रचनात्मक तरीके खोजें और अपनी दिनचर्या बदलें।
यदि आपको मानसिक और भावनात्मक समस्या है तो डॉ. से उचित परामर्श लें व मेडिटेशन करें। यदि आप किसी बात को लेके व्याकुल हो रहे हैं तो आप किसी से शेयर कर उसका समाधान प्राप्त करें अथवा उस बात को जाने दें।