Homemade Fertilizer: एक हफ्ते में ही खिल उठेंगे गेंदे के फूल, डालें ये घरेलू खाद, कम खर्च में पाएं ज्यादा प्राकृतिक सुंदरता

Homemade Fertilizer: अपने घर के गेंदे के पौधों को रासायनिक खादों से दूर रखें और उन्हें प्रकृति के तोहफों से पोषण दें। इन आसान घरेलू खादों से आपके गेंदे के पौधे एक हफ्ते में ही खिल उठेंगे और रंगों से भर जाएंगे।

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Homemade Fertilizer: दुनिया में ऐसे बहुत लोग होते हैं जिन्हें रंग-बिरंगे फूलों वाले पौधे लगाने का बहुत शौक होता है। जिन लोगों के घर में ज्यादा जगह होती है वे लोग अपने घर के एक हिस्से को गार्डन के रूप में तब्दील कर देते हैं तो वहीं जिन लोगों के घर में थोड़ी कम जगह होती है वह लोग अपने घर की बालकनी और छत पर तरह-तरह के रंग-बिरंगे फूलों वाले पौधे लगाते हैं। गेंदे का पौधा एक ऐसा पौधा है जिसकी देखभाल करने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती है। गेंदे का पौधा ना सिर्फ घर की रौनक बढ़ता है बल्कि सुगंध से घर को महका भी देता है। अगर आपने भी अपने गार्डन, बालकनी या छत पर गेंदे का पौधा लगाया है लेकिन उसे पौधे में फूल नहीं खिल रहे हैं या फिर देर में फूल खिलते हैं, तो ऐसे में हो सकता है पौधे को पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिल पा रहे हो। पौधे को पर्याप्त पोषक तत्व देने के लिए आपको बाजार में मिलने वाले महंगे महंगे फर्टिलाइजर खरीदने की बिलकुल जरुरत नहीं है बल्कि आप घर पर ही कुछ चीजों की मदद से आसानी से प्राकृतिक फर्टिलाइजर बना सकते हैं, इस फर्टिलाइजर का उपयोग करने से हफ्ते भर में ही पौधे में फूल खिलने लगते हैं। चलिए हम आपको बताते हैं की गेंदे के पौधे के लिए घर पर कैसे फर्टिलाइजर बनाया जाए।

गेंदे के पौधे के लिए घर पर कैसे बनाएं फर्टिलाइजर

1. गोबर खाद

यह सबसे आसान और पौष्टिक खाद है। गोबर को सुखाकर पीस लें। 1 भाग खाद को 3 भाग मिट्टी में मिलाएं। रोपाई करते समय या बाद में खाद डालें।गोबर की खाद में नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम और सूक्ष्म पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है जो गेंदे के पौधों की वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक होते हैं। गोबर की खाद मिट्टी में कार्बनिक पदार्थों को बढ़ाती है, जिससे मिट्टी की उर्वरता और जल धारण क्षमता में सुधार होता है।


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग रंग होता है, यह इतना चमकदार रंग होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा की कलम में बहुत ताकत होती है, इस कलम की ताकत को बरकरार रखने के लिए हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन से बीए स्नातक किया। मैं अब आगे इसी विषय में DAVV यूनिवर्सिटी से स्नाकोत्तर कर रही हूं। मेरा पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू ही हुआ है। मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग, वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली, धर्म इन विषयों पर लिखना अच्छा लगता है।