National Chocolate Candy Day : कुछ मीठा हो जाए..नेशनल चॉकलेट कैंडी डे पर जानिए चॉकलेट्स से जुड़ी रोचक बातें

क्या आप जानते हैं कि 15वीं शताबदी में जब कोलंबस अमेरिका से चॉकलेट को यूरोप लेकर आया तब ये सिर्फ सिरका और मसाले के साथ खाई जाती थी। बाद में, स्विट्ज़रलैंड और फ्रांस ने इसे मीठा स्वाद दिया और फिर धीरे-धीरे ये चॉकलेट बार के रूप में सामने आई। समय के साथ चॉकलेट बनाने का तरीका और उसका आकार बदलता गया। स्विट्ज़रलैंड में सबसे ज्यादा चॉकलेट की खपत होती है। स्विस में औसतन एक व्यक्ति एक साल में 8 किलो से ज्यादा चॉकलेट खाता है। बेल्जियम और जर्मनी भी चॉकलेट के बड़े प्रेमी माने जाते हैं।

Shruty Kushwaha
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National Chocolate Candy Day : चॉकलेट..ये एक ऐसी चीज़ है जिसे क्या बच्चे क्या बड़े, सभी पसंद करते हैं। इसका हर टुकड़ा जैसे एक मीठी सी मुस्कान है जो दिलों को जोड़ता है और रिश्तों में मिठास घोलता है। आज अमेरिका का नेशनल चॉकलेट कैंडी डे है जो हर साल 28 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन खासतौर पर चॉकलेट प्रेमियों के लिए समर्पित है।

चॉकलेट कभी-कभी शब्दों से ज्यादा बात करती है..खासकर जब जब मामला दोस्ती या प्यार के इज़हार का हो। जब हम किसी को चॉकलेट देते हैं तो ये सिर्फ एक उपहार नहीं होता, बल्कि एहसास होते हैं। एक छोटा सा संकेत जो बताता है कि हम सामने वाले शख्स के बारे में क्या महसूस करते हैं। चॉकलेट को प्यार और दोस्ती के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। इसके अलावा भी खुशियों के मौके पर चॉकलेट गिफ्ट्स में देने, खाने-खिलाने की रवायत रही है।

क्यों मनाया जाता है National Chocolate Candy Day

यूएस में नेशनल चॉकलेट कैंडी डे क्रिसमस के तीन दिन बात मनाया जाता है और इसके पीछे खास मकसद ये है कि क्रिसमस में उपहार के तौर पर मिली ढेर सारी कैंडीज़ को खत्म किया जाए। तो आज का दिन जी भरकर चॉकलेट कैंडी खाने का होता है।इस दिन, स्टॉकिंग में रखी चॉकलेट संतरे और ट्रफ़ल्स का मजा लिया जाता है।

चॉकलेट का इतिहास

चॉकलेट का इतिहास लगभग 4,000 साल पुराना है। चॉकलेट की शुरुआत प्राचीन मेसोअमेरिका में हुई जो आज मेक्सिको और मध्य अमेरिका है। ओल्मेक सभ्यता (लगभग 2000 ईसा पूर्व) ने सबसे पहले कोको के बीजों का उपयोग किया। ओल्मेक लोग कोको को एक पवित्र वस्तु मानते थे और इसे विशेष अवसरों पर उपयोग करते थे। 16वीं शताबदी में जब क्रिस्टोफर कोलंबस और हर्नान कोर्टेस कोको बीन्स को यूरोप लेकर आए तब चॉकलेट को मीठा करने के लिए इसमें चीनी और दालचीनी जैसे मसाले मिलाए गए और इसे एक पेय के रूप में प्रस्तुत किया गया। 19वीं शताबदी में, औद्योगिक क्रांति के दौरान चॉकलेट का उत्पादन बड़े पैमाने पर शुरू हुआ और यह एक सामान्य उपयोग की वस्तु बन गई। 1828 में कोएनराड वैन हाउटन ने कोको बटर को कोको से अलग किया, जिससे चॉकलेट का उत्पादन आसान और सस्ता हुआ।

Chocolates से जुड़ी रोचक बातें

1. किसी समय ये एक मुद्रा थी : कोको बीन्स को प्राचीन काल में मुद्रा के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। माया, टोलटेक, और एज़्टेक लोगों ने कोको बीन्स का इस्तेमाल मुद्रा के रूप में किया था।

2. चॉकलेट को लेकर पुरानी मान्यता : प्राचीन मैक्सिको में, चॉकलेट (कोको) को “देवताओं का भोजन” माना जाता था। एज्टेक्स और मायान सभ्यताओं में इसे एक पवित्र और महत्त्वपूर्ण पेय के रूप में इस्तेमाल किया जाता था, जो सिर्फ उच्च वर्ग और शाही परिवारों के लिए था।

3. स्वास्थ्य लाभ: चॉकलेट, खासकर डार्क चॉकलेट में एंटीऑक्सिडेंट्स और फ्लावोनॉयड्स होते हैं, जो दिल के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। ये ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में भी मददगार है।

4. चॉकलेट और खुशी : चॉकलेट खाने से हमारे मस्तिष्क में एंडोर्फिन (खुशी के हॉर्मोन) का स्तर बढ़ता है, जिससे हमें अच्छा महसूस होता है। यही कारण है कि चॉकलेट खाने के बाद हम अक्सर खुश और बेहतर महसूस करते हैं।

5. दुनिया की सबसे महंगी चॉकलेट : चॉकलेट सोने-चांदी के गहनों से कम कीमती नहीं है। दुनिया में सबसे महंगी चॉकलेट्स की बात करें तो इनमें कुछ नाम बेहद मशहूर हैं। ला मैडलिन ऑ ट्रफ (La Madeline au Truffle) दुनिया की सबसे महंगी चॉकलेट में से एक है। इसे Knipschildt नाम की कंपनी बनाती है। ये लगभग 2500 डॉलर प्रति पाउंड (लगभग 2,07,500 रुपये) की है। The Chocopologie by Knipschildt लगभग 250 डॉलर प्रति पीस (लगभग 20,000 रुपये) की, Gold Chocolate by Swiss Chocolatier लगभग 1.5 मिलियन डॉलर (लगभग 12,45,00,000 रुपये) की और Taste of Heaven लगभग 2500 डॉलर प्रति पाउंड (लगभग 2,07,500 रुपये) की बिकती है।

6. चॉकलेट फेस्टिवल : दुनिया भर में चॉकलेट के लिए कई त्योहार और इवेंट्स होते हैं, जैसे कि बेल्जियम में “Brussels Chocolate Week” और स्विट्जरलैंड में “Swiss Chocolate Festival”। इन इवेंट्स में चॉकलेट की प्रदर्शनी, टेस्टिंग और चॉकलेट बनाने की कला को दिखाया जाता है।

7. कोको डे : कोको के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कुछ देशों में कोको डे मनाया जाता है। यह दिन खासतौर पर किसानों के योगदान को मान्यता देने के लिए होता है जो कोको की खेती करते हैं।

8. दुनिया की सबसे लंबी चॉकलेट बार : 2017 में, तुर्की में एक रिकॉर्ड बनाया गया जब एक 4.8 किलोमीटर (3 मील) लंबी चॉकलेट बार बनाई गई। इसे बनाने के लिए हजारों किलोग्राम चॉकलेट का उपयोग किया गया और इसे Guinness World Record में दर्ज किया गया। इस चॉकलेट बार को बनाने में लगभग 200,000 किलो चॉकलेट का इस्तेमाल हुआ।

 


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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