Parenting Tips: बच्चों को होती है माता-पिता से ये उम्मीदें, पूरी नहीं होने पर खुद को अकेला महसूस करते है, जानें

Parenting Tips: माता-पिता और बच्चे के बीच का रिश्ता दुनिया का सबसे खूबसूरत रिश्ता होता है। इस रिश्ते का आधार होता है प्यार, विश्वास और समझ। हर बच्चा अपने मां-बाप से कुछ उम्मीदें रखता है, और जब ये उम्मीदें पूरी नहीं होती हैं, तो बच्चे का दिल टूट सकता है।

Bhawna Choubey
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Parenting Tips: बच्चों के जीवन के विकास में माता-पिता का सबसे अहम रोल होता है। बच्चे एक प्रकार के कच्चे खड़े होते हैं जिसे बनाने का काम माता-पिता का होता है। हर माता-पिता की यही ख्वाहिश होती है कि उनका बच्चा अच्छे संस्कार सीखे जीवन में अच्छे काम करें और खूब आगे बढ़े। लेकिन कई बार माता-पिता और बच्चों में गैप डिफरेंस आने की वजह से बहुत सारी गलतफहमियां होने लगती है। कई बार बच्चों को लगता है कि उनके माता-पिता उन्हें समझते नहीं है तो वहीं कई बार माता-पिता को लगता है कि उनके बच्चे उनकी बात समझना ही नहीं चाहते हैं। कई बार बच्चों को माता-पिता से कई उम्मीद रहती है जब वह उम्मीदें नहीं पूरी हो पाती है तो बच्चों का दिल टूट जाता है, और माता-पिता के होने के बावजूद भी बच्चा खुद को अकेला महसूस करता है। क्या आप जानते हैं कि वह उम्मीदें कौन-कौन सी हैं? अगर नहीं तो आज हम आपको इस लेख के द्वारा विस्तार से बताएंगे, तो चलिए जानते हैं।

आइए जानते हैं वे 5 उम्मीदें जो हर बच्चा अपने मां-बाप से रखता है

1. प्यार और स्वीकृति

हर बच्चा चाहता है कि उसे बिना शर्त प्यार और स्वीकृति मिले, चाहे वो कैसा भी हो या कुछ भी करे। उसे यह महसूस होना चाहिए कि उसके मां-बाप उसे हमेशा स्वीकार करेंगे और उससे प्यार करेंगे।

2. सुरक्षा और संरक्षण

बच्चों को यह जानने की आवश्यकता होती है कि वे सुरक्षित हैं और उनका ख्याल रखा जा रहा है। उन्हें एक ऐसा माहौल चाहिए जहाँ वे सहज महसूस करें और डर या चिंता के बिना खुद को व्यक्त कर सकें।

3. मार्गदर्शन और सलाह

बच्चों को अपने जीवन में मार्गदर्शन और सलाह की आवश्यकता होती है। उन्हें यह जानने की आवश्यकता है कि उनके मां-बाप उन पर विश्वास करते हैं और उन्हें सही निर्णय लेने में मदद करेंगे। बच्चों को सही और गलत के बीच अंतर करना सिखाना महत्वपूर्ण है। उन्हें ईमानदारी, सम्मान, करुणा और जिम्मेदारी जैसे मूल्यों के महत्व के बारे में बताएं।

4. समय और ध्यान

बच्चों को अपने मां-बाप का समय और ध्यान चाहिए। उन्हें यह महसूस होना चाहिए कि उनके मां-बाप उनके लिए महत्वपूर्ण हैं और उनके लिए हमेशा मौजूद रहेंगे। हर दिन अपने बच्चों के साथ कुछ समय बिताएं, बिना किसी बाधा के। उनके साथ खेलें, बात करें, या बस उनके साथ रहें। जब आपके बच्चे आपसे बात करें तो उनका ध्यान से सुनें। उन्हें यह दिखाएं कि आप जो कह रहे हैं उसे आप सुन रहे हैं और समझ रहे हैं।

5. सम्मान

बच्चों को सम्मान के साथ पेश आने का अधिकार है। उन्हें यह महसूस होना चाहिए कि उनके विचारों और भावनाओं को महत्व दिया जाता है। जब वे बोलें तो उनका ध्यान दें और उनकी बातों को बीच में न काटें। भले ही आप उनसे सहमत न हों, फिर भी उनकी भावनाओं को मान्य करें और उन्हें व्यक्त करने दें। उनकी राय पूछें और उन्हें निर्णय लेने की प्रक्रिया में शामिल करें। उनके साथ उसी तरह से व्यवहार करें जैसे आप किसी भी अन्य वयस्क के साथ व्यवहार करेंगे।

(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)


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Bhawna Choubey

Bhawna Choubey

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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