Parenting Tips: आजकल कामकाजी माताओं की संख्या बढ़ रही है, जिसके कारण उन्हें कई बार मजबूरी में अपने छोटे बच्चों को घर में अकेला छोड़कर जाना पड़ता है। छोटे बच्चे नादान होते हैं और उन्हें खतरों का अंदाजा नहीं होता है। यह ज़रूरी है कि आप उन्हें कुछ महत्वपूर्ण बातें सिखाएं ताकि वे घर में अकेले रहते समय सुरक्षित रह सकें। इस लेख में, हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे जिनसे आप अपने छोटे बच्चों को घर में अकेला छोड़ते समय सुरक्षित रख सकते हैं।
बच्चों को अकेला छोड़ने के दौरान इन 4 बातों का रखें ध्यान
अनजान व्यक्ति से न करें बात
बच्चों को समझाएं कि कोई भी अनजान व्यक्ति, चाहे वे कितने भी मिलनसार क्यों न लगें, उनसे दोस्ती करने या उनसे बात करने की कोशिश कर सकता है। उन्हें सिखाएं कि ऐसे लोगों से दूर रहना चाहिए और यदि कोई उनसे बात करने की कोशिश करता है, तो उन्हें तुरंत आपको या किसी भरोसेमंद वयस्क को बताना चाहिए। यह भी सिखाएं कि वे कभी भी किसी अनजान व्यक्ति को घर के अंदर न आने दें, चाहे वे कितने भी ज़रूरी काम का बहाना बना लें।
ऑनलाइन फूड न करें आर्डर
आजकल ऑनलाइन फूड डिलीवरी सेवाएं बहुत लोकप्रिय हो गई हैं, जिससे लोगों को घर बैठे ही स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेने में आसानी होती है। लेकिन, यह सुविधा कुछ खतरों से भी जुड़ी हो सकती है, खासकर जब बच्चे घर में अकेले हों। डिलीवरी बाय कई बार ऐसे बच्चे को देखकर घर में प्रवेश कर चोरी या अन्य अपराध कर सकते हैं। इसलिए, अपने बच्चों को यह सख्त हिदायत देना ज़रूरी है कि जब वे अकेले हों तो वे बाहर से कोई भी चीज ऑर्डर न करें, चाहे वे कितने भी भूखे क्यों न हों।
गैस स्टोव से रहें दूर
छोटे बच्चे जिज्ञासु और शरारती होते हैं, और वे अक्सर उन चीजों में रुचि रखते हैं जो उनके लिए खतरनाक हो सकती हैं। रसोई घर उन जगहों में से एक है जहां बच्चों को अकेला नहीं छोड़ा जाना चाहिए, खासकर यदि वे गैस स्टोव, ओवन या अन्य रसोई उपकरणों का उपयोग करना नहीं जानते हैं।
परेशानी होने पर करना चाहिए तुरंत कॉल
बच्चों को घर में अकेला छोड़ते समय, यह ज़रूरी है कि आप उन्हें सिखाएं कि किसी भी ज़रूरत या आपातकालीन स्थिति में वे आपको कैसे फोन कर सकते हैं। अपने बच्चों को अपना मोबाइल नंबर या अन्य संपर्क जानकारी स्पष्ट रूप से बताएं और सुनिश्चित करें कि वे इसे याद रख सकते हैं। आप उन्हें अपना नंबर लिखकर देने या उन्हें अपने फोन में सेव करने में मदद कर सकते हैं। उन्हें बताएं कि यदि उन्हें डर लग रहा है या उन्हें किसी चीज़ की आवश्यकता है, तो उन्हें तुरंत आपको फोन करना चाहिए, चाहे वह कितनी भी छोटी बात क्यों न लगे। उन्हें यह भी बताएं कि वे किसी भी अन्य भरोसेमंद वयस्क को फोन कर सकते हैं, जैसे कि दादा-दादी, चाचा-चाची या करीबी दोस्त, यदि वे आपसे संपर्क नहीं कर पाते हैं।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)