Parenting Tips: ये 6 पेरेंटिंग मिस्टेक्स जो हर माता पिता जाने-अनजाने में कर बैठते हैं, जानें कही आप भी तो नहीं करते ऐसा

parenting Tips: अपने बच्चे को प्यार, समर्थन और मार्गदर्शन प्रदान करके, आप उसे एक खुशहाल और सफल जीवन जीने में मदद कर सकते हैं।

भावना चौबे
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Parenting Tips: माता-पिता बनना जीवन का एक अनमोल अनुभव होता है। यह एक ऐसा सफर होता है जो खुशियों, चुनौतियों और सीखने से भरा होता है। लेकिन, हर सफर की तरह, इस सफर में भी कुछ गलतियां हो सकती हैं। कुछ गलतियां ऐसी होती हैं जो हर माता-पिता अनजाने में कर देते हैं। आज हम आपको एक लेख के द्वारा बताएंगे कि अगर आप अपने बच्चों की अच्छी परवरिश करना चाहते हैं तो आपको भूलकर भी यह गलतियां नहीं करनी चाहिए।

किसी भी माता-पिता को ये 6 पेरेंटिंग मिस्टेक कभी नहीं करनी चाहिए

1. बच्चों पर हमेशा नियंत्रण रखने की कोशिश करना

यह एक आम गलती है जो हर माता-पिता करते हैं। माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे हमेशा उनकी बात मानें और उनके अनुसार ही काम करें। लेकिन, यह बच्चों के विकास के लिए हानिकारक हो सकता है। बच्चों को अपनी पसंद और नापसंद का फैसला करने का अधिकार होना चाहिए।

इस गलती से बचने के लिए क्या करें

बच्चों को अपनी पसंद और नापसंद व्यक्त करने का मौका दें। बच्चों को अपनी गलतियों से सीखने दें। बच्चों को निर्णय लेने की क्षमता विकसित करने में मदद करें।

2. बच्चों की तुलना दूसरों से करना

यह बच्चों के आत्मविश्वास को कम कर सकता है। हर बच्चा अपने आप में अद्वितीय होता है और उसकी अपनी क्षमताएं होती हैं। माता-पिता को अपने बच्चों की तुलना दूसरों से नहीं करनी चाहिए।

इस गलती से बचने के लिए क्या करें

अपने बच्चे को दूसरों से नहीं, खुद से तुलना करने के लिए प्रोत्साहित करें। अपने बच्चे की क्षमताओं और उपलब्धियों की सराहना करें। अपने बच्चे को बताएं कि आप उससे प्यार करते हैं और उसे स्वीकार करते हैं, चाहे वह कुछ भी करे।

3. बच्चों को हमेशा सही साबित करना

यह बच्चों को जिद्दी और अहंकारी बना सकता है। माता-पिता को यह स्वीकार करना चाहिए कि उनके बच्चे भी गलतियाँ करते हैं। अक्सर माता-पिता सिर्फ अपने बच्चों की तारीफ करते रहते हैं और उनकी गलतियों को छुपाते हैं। ऐसा करना भविष्य में बच्चों के लिए बहुत नुकसानदायक साबित होता सकता है।

इस गलती से बचने के लिए क्या करें

अपने बच्चे को गलतियाँ करने की अनुमति दें। अपने बच्चे को गलतियों से सीखने में मदद करें। अपने बच्चे को बताएं कि गलतियाँ करना ठीक है।

4. बच्चों को हमेशा खुश रखने की कोशिश करना

यह एक असंभव काम है। जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। बच्चों को यह सिखाना जरूरी है कि वे मुश्किलों का सामना कैसे करें। बच्चों को यह बात जरूर सीखने की जिंदगी में खुशी और गम आते जाते रहते हैं अगर आज खुशी है तो जरूरी नहीं है कि कल है और अगर आज काम है तो जरूरी नहीं है कि कल भी हो।

इस गलती से बचने के लिए क्या करें

अपने बच्चे को भावनाओं को स्वीकार करना और व्यक्त करना सिखाएं। अपने बच्चे को मुश्किलों का सामना करने में मदद करें। अपने बच्चे को सिखाएं कि खुशी जीवन का एकमात्र लक्ष्य नहीं है।

5. बच्चों को हमेशा अपनी बात समझाना

यह बच्चों को ऊब और निराश कर सकता है। बच्चों को भी अपनी बात कहने का मौका देना जरूरी है। अक्सर माता-पिता अपनी बात और अपने विचारों को बच्चों पर डाल देते हैं लेकिन यह एक प्रकार से बच्चों पर बोझ बन सकता है इसलिए आप अपनी बात रखने के साथ-साथ बच्चों की भी बात सुने और उन्हें भी अपनी बात रखने का मौका दें।

इस गलती से बचने के लिए क्या करें

अपने बच्चे को ध्यान से सुनें। अपने बच्चे को अपनी बात कहने का मौका दें। अपने बच्चे के साथ सम्मान के साथ बात करें।

6. बच्चों को हमेशा डराना-धमकाना

यह बच्चों को डरपोक और कमजोर बना सकता है। माता-पिता को अपने बच्चों से प्यार और स्नेह से पेश आना चाहिए। जब भी बच्चा मस्ती करता है या कोई भी गलत काम करता है तो माता-पिता उसे डराने और धमकाने लगते हैं जिस वजह से बच्चा सहन सकता है और उसके अंदर डर बैठ सकता है।

इस गलती को सुधारने के लिए क्या करें

इस गलती को सुधारने के लिए अपने बच्चों को डांटने और फटकारने की बजाय प्यार से समझाने की कोशिश करें। बच्चे मासूम होते हैं जाने अनजाने में गलती कर बैठते हैं इसलिए उन्हें प्यार से समझाना ज्यादा फायदेमंद होता है।


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं। मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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