Personality Test: झूठ बोलने वाले लोगों में होती हैं ये 5 आदतें, आसानी से करें पर्सनैलिटी की पहचान

Diksha Bhanupriy
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Personality Test

Personality Test: हर व्यक्ति की पर्सनैलिटी दूसरे से अलग होती है जो उसे अलग पहचान देती है। कुछ लोग स्पष्टवादी होते हैं, जो सब कुछ सामने और साफ साफ बोलना पसंद करते हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं जो सहानुभूति प्राप्त करने के लिए झूठ का सहारा भी लेते हैं। अपनी बात को सच्चा साबित करने के लिए ऐसे लोग आपके सामने झट से पलट भी जाते हैं।

हमें से हर कोई यह आसानी से भाप लेता है कि व्यक्ति सच बोल रहा है या झूठ, लेकिन कई बार कोई व्यक्ति हमारे सामने किसी भी बात को इस तरह से पेश करता है कि हमें लगता है वह वाकई में सच बोल रहा है। आज हम आपको कुछ ऐसी आदतों के बारे में बताते हैं, जो अक्सर झूठ बोलने वाले लोगों में पाई जाती है। अगर आपके आसपास कोई व्यक्ति मौजूद है, जो इस तरह की हरकत करता है तो आप आसानी से उसकी पर्सनैलिटी पता लगा सकते हैं।

बदलते हैं हावभाव

जो व्यक्ति आपसे झूठ बोल रहा है उसके चेहरे के भाव अलग ही नजर आते हैं। पहली बात तो वह आपसे नजरे नहीं मिलाएगा क्योंकि उसके मन में झूठ बोलने का डर है। ऐसे लोग अपनी बात बोलते समय परेशान रहते हैं और उनका कहीं और ध्यान रहता है। वह या तो बहुत कम शब्दों में अपनी बात को खत्म कर देते हैं या फिर इतना ज्यादा बोल जाते हैं कि जिस मुद्दे पर बात हो रही थी वह कहीं पीछे छूट जाता है।

बड़ी-बड़ी बातें

झूठ बोलने वाले लोगों की सबसे बड़ी आदत यह होती है कि वह किसी भी चीज को बहुत बढ़ा चढ़ा कर बोलते हैं। अगर कोई इनसे नॉर्मल तरीके से भी बात करना चाहे तो यह उसमें भी अपने आनंद की चीजों को खोजने लगते हैं। यह किसी भी व्यक्ति को उत्तेजित करते हैं और फिर बातों का विश्लेषण देने लगते हैं।

इमोशनल कार्ड खेलना

झूठ बोलने वाले लोगों को अक्सर इमोशनल कार्ड खेलते हुए देखा जाता है। ये अपने पर्सनल फायदे के लिए तरह-तरह की बातें बताते हैं और लोगों की सहानुभूति प्राप्त करने की कोशिश करते हैं। हालांकि, ये पकड़े तब जाते हैं, जब इन्हें इन्हीं की बोली गई बातें याद नहीं रहती है क्योंकि काम निकालने के लिए ये कभी भी कुछ भी बोल जाते हैं।

बात करने के दौरान आवाज

झूठ बोलने वाले लोग या तो जोर-जोर से बातें करते हैं या फिर बिल्कुल धीरे बोलते हैं। इस तरह के लोगों से जब भी आप बात करेंगे तो उनकी आवाज आपको कभी भी नेचुरल नहीं लगेगी। ये हमेशा आपसे ऐसी बात करेंगे जैसे कि या तो इन्हें सबको कुछ सुनना है या फिर किसी को कुछ बताना ही नहीं है।

बिना कनेक्शन की बातें

झूठ बोलने वाले लोग अक्सर बिना तथ्य की बातें करते हैं। अगर उनकी बातों को नॉनसेंस कहा जाए तो वह भी गलत नहीं होगा। अगर आप इन्हें कोई बात बताएंगे तो यह आपके सामने उसे ही जुड़ी कोई ऐसी बात बताने लगेंगे, जिसका मुख्य बात से कोई संबंध तो नहीं है फिर भी है उसका कनेक्शन जोड़ने की कोशिश करते हैं। इस तरह के लोगों की बातों पर बिल्कुल विश्वास नहीं किया जा सकता।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


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"पत्रकारिता का मुख्य काम है, लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को संदर्भ के साथ इस तरह रखना कि हम उसका इस्तेमाल मनुष्य की स्थिति सुधारने में कर सकें।” इसी उद्देश्य के साथ मैं पिछले 10 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हूं। मुझे डिजिटल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कॉन्टेंट राइटिंग करना जानती हूं। मेरे पसंदीदा विषय दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली समेत अन्य विषयों से संबंधित है।

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