Plant Care: टमाटर, जो न तो सब्जी है और न ही फल, हमारे किचन का एक अभिन्न अंग है। इसकी लाल रंगत और अनोखा स्वाद हर व्यंजन में चार चाँद लगा देता है। चाहे वो करी हो, सलाद हो या फिर चटनी, टमाटर हर जगह अपना जादू बिखेरता है। अगर घर में टमाटर का पौधा हो, तो ताज़े और स्वादिष्ट टमाटर का मज़ा तो और भी बढ़ जाता है। खुद उगाए गए टमाटरों में ना सिर्फ़ स्वाद होता है, बल्कि उनमें भरपूर पोषण भी होता है। विटामिन सी, पोटेशियम और लाइकोपीन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर, टमाटर न सिर्फ़ स्वादिष्ट बनाते हैं बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं, तो अगली बार जब आप बाज़ार से टमाटर खरीदने जाएं, तो क्यों न घर पर ही टमाटर उगाने का प्रयास करें? थोड़ी सी मेहनत से आप ताज़े, स्वादिष्ट और पौष्टिक टमाटरों का आनंद साल भर ले सकते हैं।
कितना पानी देना चाहिए
गर्मी की धूप टमाटर के पौधों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होती। तेज़ धूप और गर्म हवा मिट्टी की नमी को सोख लेती है, जिससे पौधे प्यासे हो जाते हैं। ऐसे में, उनकी देखभाल का सबसे पहला और अहम नियम है, उन्हें नियमित रूप से पानी देना। जड़ों तक सीधे पानी पहुंचाने के लिए, गहराई से और धीरे-धीरे पानी देना चाहिए। ज़्यादा पानी देने से जड़ें सड़ सकती हैं, इसलिए मिट्टी की नमी जांच कर ही पानी दें। सुबह जल्दी या शाम को पानी देना सबसे अच्छा है, क्योंकि उस समय सूरज की किरणें कम तेज होती हैं। इन छोटी-छोटी सावधानियों से आप अपने टमाटर के पौधों को गर्मी से बचा सकती हैं और उन्हें हरा-भरा और फलदार बनाए रख सकती हैं।
छाया बनाएं रखें
गर्मी की जल्लाद धूप टमाटर के पौधों को झुलसा सकती है। ऐसे में, थोड़ा सा जुगाड़ काम आता है। मज़बूत डंडों को पौधे के चारों ओर गाड़ दें और उन पर सूती कपड़ा बांध दें। याद रखें, कपड़ा सीधे पौधे को छूए नहीं, बल्कि थोड़ी दूरी पर हो ताकि हवा का आना-जाना बना रहे। यह आसान तरीका तेज धूप से पौधों को बचाकर उन्हें स्वस्थ रखने में मदद करेगा।
ऐसे करें देखभाल
ऑफिस जाने वालों के लिए टमाटर के पौधों की देखभाल थोड़ी मुश्किल हो सकती है। नियमित रूप से पानी देना जरूरी है, मगर पूरे दिन घर रहना भी संभव नहीं। ऐसे में थोड़ी सी सावधानी से काम चल सकता है। आप पौधे को ऐसी जगह रखें जहाँ सुबह की धूप मिले, लेकिन दोपहर की कड़ी धूप से बचा रहे। शाम को घर आने पर पानी देना न भूलें। मिट्टी को गीला रखने के लिए मल्चिंग भी कारगर है। ज ज़रूरी है कि आप किसी न किसी को पौधों पर नज़र रखने के लिए कह दें ताकि आपकी गैरमौजूदगी में भी उनका ख्याल रखा जा सके।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)