स्वादिष्ट साग और पराठे के लिए प्लास्टिक बास्केट में कैसे उगाएं मूली, जानें हमारी टिप्स

Planting Tips: अगर आप स्वादिष्ट साग और पराठे के शौकीन हैं, तो अब आप इन्हें घर पर ही उगाकर ताजगी से भरपूर मूली का आनंद ले सकते हैं। प्लास्टिक बास्केट में मूली उगाना न केवल आसान है, बल्कि यह आपके किचन के लिए एक बेहतरीन ऐडिश भी साबित हो सकता है।

भावना चौबे
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Planting Tips: घर पर मूली उठाना बेहद आसान और सुविधाजनक है। इसके लिए आपको ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती। बस एक छोटी सी प्लास्टिक की टोकरी, अच्छी मिट्टी और मूली के बीच की आवश्यकता होती है। आप इसे अपनी रसोई की खिड़की के पास भी उगा सकते हैं।

थोड़ा सा ध्यान देने से आप ताजगी से भरपूर और स्वस्थ मूली का आनंद ले सकते हैं। यह एक की बेहतरीन तरीका है ताजा और हरे भरे पौधे घर में लाने का जो न सिर्फ आपके खाने में तक भी जोड़ेंगे, बल्कि कलर कोई भी हरियाली से भर देंगे।

घर पर मूली उगाने की सरल प्रक्रिया

इस लेख में हम आपके घर पर मूली उगाने की पूरी प्रक्रिया समझाएंगे। सबसे पहले आपको सही मिट्टी तैयार करनी होगी, जो अच्छी जल निकासी वाली हो। फिर मूली के बीज को मिट्टी में बोना है और कुछ समय बाद आपको पौधों को पानी देना होगा। ताकि, वह अच्छे से बढ़ सके। खाद डालने से पौधों को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे मूली का आकार अच्छा स्वादिष्ट होता है। अंत में जब मूली पूरी तरह से विकसित हो जाए, तो आप उसे धीरे-धीरे तोड़ सकते हैं। इसके अलावा हम आपको कुछ सरल उपयोगी टिप्स भी देंगे, आप बिना किसी परेशानी के घर पर ताजा मूली उठा सकते हैं।

सामग्री

प्लास्टिक की दलिया या फिर बास्केट
अच्छी गुणवत्ता वाली मिट्टी
मूली के बीज
पानी का छिड़काव करने वाला यंत्र
खाद

घर पर कैसे उगाएं मूली

घर पर मूली लगाकर आप न केवल ताजा मूली का स्वाद ले सकते हैं, बल्कि उसे स्वादिष्ट पराठे और भुजिया में भी बदल सकते हैं। इसके लिए हमको कुछ सरल कदमों का पालन करना होगा। सबसे पहले प्लास्टिक की बास्केट में छोटे-छोटे छेद कर दें, ताकि पानी की निकासी काफी ठीक से हो सके और पानी का जमाव न हो। इसके बाद बास्केट को अच्छी गुणवत्ता वाली मिट्टी में भरें। अब मिट्टी में छोटे-छोटे गड्ढे बनाकर मूली के बीज बोएं। यह सुनिश्चित करें कि बीच एक दूसरे से थोड़ी दूरी पर हो, ताकि पौधे अच्छे से फैल सके और मूली अच्छी तरह से उग सके।


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भावना चौबे

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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