MP Breaking News
Tue, Dec 16, 2025

क्या Reels की लत धीरे-धीरे तोड़ रही है आपका रिश्ता? अभी जानें सच

Written by:Bhawna Choubey
Published:
Reels की लत आज के युवाओं के लिए बड़ी समस्या बन चुकी है। सोशल मीडिया का अधिक इस्तेमाल न सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि रिश्तों में भी दूरी पैदा कर देता है। जानिए एक्सपर्ट की राय कि रील्स की लत से कैसे छुटकारा पाएं और रिश्तों में फिर से खुशियां लाएं।
क्या Reels की लत धीरे-धीरे तोड़ रही है आपका रिश्ता? अभी जानें सच

सोशल मीडिया पर रील्स स्क्रॉल करते-करते आपका भी घंटों का वक्त निकल जाता है? सोचा था सिर्फ 5 मिनट देखेंगे लेकिन अचानक पता चलता है कि आधा घंटा या उससे भी ज्यादा समय बीत चुका है। यह आदत अगर कभी-कभार हो तो ठीक है, लेकिन जब यही लत बन जाए तो रिश्तों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।

आज के दौर में रिश्ते भरोसे, समय और एक-दूसरे की केयर पर टिके होते हैं। जब मोबाइल स्क्रीन पर बिताया जाने वाला समय अपनों से ज्यादा हो जाता है, तो रिश्तों में खटास आना तय है। कई कपल्स और शादीशुदा जोड़े इस समस्या से गुजर रहे हैं। सवाल यह है कि रील्स की इस लत से कैसे छुटकारा पाया जाए और रिश्तों में दोबारा मिठास कैसे लाई जाए।

रील्स की लत से रिश्तों में बढ़ती दूरियां

1. रील्स की लत कैसे रिश्तों को नुकसान पहुंचाती है

रील्स पर लगातार स्क्रॉल करने से पार्टनर के बीच बातचीत का समय कम हो जाता है। जब इंसान मोबाइल में ज्यादा खो जाता है, तो सामने वाले को नजरअंदाज करता है। इससे साथी को लगता है कि उसकी अहमियत कम हो गई है। धीरे-धीरे यह आदत झगड़ों, गलतफहमियों और दूरी का कारण बन जाती है।

2. मानसिक स्वास्थ्य पर असर

रील्स देखने से दिमाग को तात्कालिक खुशी मिलती है, लेकिन यह जल्दी खत्म भी हो जाती है। इसके बाद व्यक्ति बार-बार उसी खुशी की तलाश करता है, जो उसे और ज्यादा समय मोबाइल पर खर्च करने के लिए मजबूर करता है। इससे नींद पूरी नहीं हो पाती, चिड़चिड़ापन बढ़ता है और मानसिक तनाव रिश्तों पर और ज्यादा असर डालता है।

3. एक्सपर्ट की राय

मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि रील्स की लत से छुटकारा पाने के लिए डिजिटल डिटॉक्स करना बेहद जरूरी है। दिन में कुछ घंटों के लिए मोबाइल दूर रखकर अपने साथी या परिवार को समय दें। रिलेशनशिप में बातचीत बढ़ाएं, एक-दूसरे की बात सुनें। अगर आदत बहुत गहरी हो गई है, तो प्रोफेशनल काउंसलिंग लेना भी मददगार हो सकता है।