Relationship Tips : हर किसी के जीवन में ऐसा मोड़ आता है जब एक माता-पिता को अपनी बेटी की विदाई करनी पड़ती है। दिल पर पत्थर रखकर उन्हें अपने जिगर के टुकड़े को दूसरे के हाथों से सौंपना पड़ता है। इस दर्द को केवल एक माता-पिता ही समझ पाते हैं कि उन पर क्या बीत रही है। उन्हें हर पल यह चिंता सताती है कि इतने लाड प्यार से उन्होंने अपनी बेटी को पाला है, क्या आने वाले जीवन में भी वह इतने ही लाड प्यार से रह पाएगी। इन सब टेंशन के कारण वह काफी दुखी भी रहते हैं। अधिकतर लड़कियां सुखी परिवार में ही जाती है, लेकिन कई बार इसे खराब किस्मत कहे या बदनसीबी बेटी गलत घर में भी चली जाती है। कई बार बार अपने साथ गलत होते हुए भी अपने जन्म देने वाले माता-पिता से कुछ कह नहीं पाती क्योंकि वह ऐसा सोचती है कि उनके माता-पिता परेशान हो जाएंगे। इसके अलावा, समाज भी उन्हें कोसेगा। इसलिए वह बहुत चुप रहती हैं। यह बेहद जरूरी है की शादी से पहले माता को अपनी बेटी से कुछ चीज जरूर समझानी और शेयर करनी चाहिए। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको चीजों के बारे में बताएंगे, जो शादी से पहले एक मां और बेटी के बीच यह बातचीत होना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं विस्तार से…
जानें टिप्स
- बेटी की शादी से पहले माता को उसे अवश्य ही यह समझना चाहिए कि शादी के बाद जीवन में बहुत सारे बदलाव आते हैं। इन बदलावों को नकारात्मक तरीके से ना लेते हुए हमेशा पॉजिटिव तरीके से अपनाए ताकि उसका आने वाला जीवन सुखी और संपन्न हो। इस तरह वह अपने लाइफ पार्टनर के साथ खुशी-खुशी अपनी जिंदगी को जी सकेगी।
- अक्सर बेटियां अपने माता-पिता के घर में बड़े ही लाड प्यार से पाली जाती है। ऐसे में वह किसी की सुनने को तैयार नहीं होती, लेकिन एक माता होने के नाते आपको यह बेटी को समझाना चाहिए कि पति जीवनसाथी होता है। इसलिए उसे कंपीटीटर के तरीके बिल्कुल भी ना ले, बल्कि उसका सम्मान करें और उसके कदम-से-कदम मिलाकर चले।
- शादी से पहले अपने बेटी को अगर उस समझाएं कि एक घर छोड़कर दूसरी घर जा रही है, जो उसका खुद का घर होगा, जहां वह अपने माता-पिता को भाई-बहन को प्यार और सम्मान देती थी, वैसे ही ससुराल के सभी सदस्यों को अपना परिवार की समझे। उनके लिए कोई भी अवधारणा पहले से ही मन में ना बनाएं। इससे रिश्ते में दूरी आती है।
- रिश्ते में एक-दूसरे के प्रति आत्मसम्मान होना बहुत जरुरी है। अगर दो पार्टनर्स के बीच ईगो आता है, तो यह आपके रिश्ते को कमजोर कर देता है और कई बार यह टूटने के कगार तक पहुंच जाता है। इसलिए अपने रिश्ते में कभी भी ईगो बीच में ना आने दें, बल्कि हर एक चीज को साथ मिलकर साल्व करने का प्रयास करें।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)