भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। किसी भी रिलेशनशिप (relationship) को लॉन्ग टर्म तक चलाने के लिए दोनों पार्टनर को समान एफर्ट करने चाहिए। रिश्ता तभी चलता है जब प्रेम के साथ प्रयास भी दोतरफा हो। इसे निभाने की जिम्मेदारी किसी एक की कभी नहीं होती। लेकिन अगर आपको लगता है कि आपका साथी इस मामले में बेपरवाह है और उसकी तरफ से कोई खास कोशिश नहीं होती, तो इसपर उससे बात की जानी जरुरी है। आप भी इन संकेतों से पहचानिए कि कहीं आपका पार्टनर भी अपने हिस्से की जिम्मेदारी से भाग तो नहीं रहा है।
Relationship tips : अगर आप भी हैं पॉकेटिंग रिलेशनशिप में तो जान लें इसके नुकसान
- अगर आप साथ में रहते हैं तो क्या घर के काम बंटे हुए हैं। ऐसा तो नहीं कि सारे घरेलू काम की जिम्मेदारी सिर्फ आपपर है।
- घर में क्या सामान खत्म हो गया है। किस चीज की रिपेयरिंग करानी है। सब्जी से लेकर ग्रॉसरी तक की लिस्ट और तमाम काम का ध्यान अकेले तो नहीं रखना पड़ता।
- एक दूसरे से संपर्क की पहल कौन करता है और उसका रिस्पांस कैसा मिलता है। ऐसा तो नहीं कि गुड मॉर्निंग या हालचाल पूछने का मैसेज हमेशा सिर्फ आप ही करते हैं।
- ये भी देखिए कि आपके टेक्स्ट का जवाब कितने अंतराल में आता है। ऐसा तो नहीं कि कई बार बात अनुत्तरित रह जाती है।
- आपकी तबियत खराब होने पर सामने वाला आपको प्राथमिकता देता है या अपने काम को। क्या ऐसे समय आपको थोड़ी एक्सट्रा केयर और देखभाल मिलती है।
- हमेशा सामने वाले की सुविधा और मर्जी से ही मुलाकात या बात तय हो। जब वो चाहे तभी मिलने का या कोई भी दूसरा प्लान बनाया जाए।
- लंबे अंतराल के लिए आपका पार्टनर गायब हो जाए और आपको खबर ही न हो कि वो कहां है। काम में बिजी है या किसी दोस्त के साथ टूर पर है या फिर छुट्टी लेकर आराम कर रहा है। आपको इस बारे में कुछ भी बताया नहीं गया हो।
- आप दोनों के लिए जो डेट्स खास है वो सिर्फ आपको याद रहती है। सामने वाले को बर्थडे, एनिवर्सरी या और कोई खास तारीख कभी याद नहीं रहती।
- आप ही उसे खुश करने की तमाम कोशिशें करते हैं। सामने वाले की तरफ से आपको स्पेशल फील कराने का कोई एफर्ट नहीं होता।
- पैसों को लेकर दोनों के बीच क्या अंडरस्टेंडिंग है। कहीं ऐसा तो नहीं कि अधिकांश समय आप ही खर्च करते हैं।
- आपमें और अपने काम, घरवालों या दोस्तों में चुनना हो तो वो हमेशा किसी और को प्राथमिकता दे। ऐसा हो तो समझ लीजिए कि ये रिश्ता सिर्फ आपकी कोशिशों से चल रहा है।