MP Breaking News
Mon, Dec 15, 2025

दुनिया की इकलौती चिड़िया, जिसके छूते ही इंसान की हो सकती है मौत! है चलता-फिरता जहर

Written by:Sanjucta Pandit
सभी पक्षी अपने अलग-अलग गुणों के लिए जाने जाते हैं। आज हम आपको उस पक्षी से रूबरू करवाने जा रहे हैं, जो दुनिया की सबसे जहरीले चिड़िया है। जिसके छूते ही इंसान की जान जा सकती है।
दुनिया की इकलौती चिड़िया, जिसके छूते ही इंसान की हो सकती है मौत! है चलता-फिरता जहर

दुनिया में एक से बढ़कर एक पक्षी की प्रजातियां मौजूद है। हर किसी के नाम की जानकारी अधिकतर लोगों को नहीं है। हालांकि, सभी पक्षियों की अपनी एक अलग विशेषता होती है। जिसके कारण उन्हें जाना जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पृथ्वी पर 9500 से भी अधिक प्रजाति के पक्षी पाए जाते हैं। जिनके रंग अलग-अलग होते हैं। जिनके जीवित रहने का समय भी अलग-अलग होता है। इन सभी पक्षियों के गुण भी अलग हैं। कुछ पक्षी देखने में बहुत ही ज्यादा सुंदर होते हैं, तो कुछ पक्षी बहुत अजीब भी होते हैं। कुछ पक्षी दिमाग के बहुत तेज होते हैं, तो कुछ पक्षी हर दिशा में उड़ने में माहिर होते हैं।

सभी पक्षी अपने अलग-अलग गुणों के लिए जाने जाते हैं। आज हम आपको उस पक्षी से रूबरू करवाने जा रहे हैं, जो दुनिया की सबसे जहरीले चिड़िया है। जिसके छूते ही इंसान की जान जा सकती है।

दुनिया का सबसे जहरीला पक्षी

जी हां, यह सुनकर आपको अजीब जरूर लग रहा होगा, लेकिन यह बिल्कुल सच है। इस पक्षी के छूते ही इंसान का बॉडी सुन्न हो जाता है। इसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है। हालांकि, आपको इसका जवाब पता होना चाहिए क्योंकि अक्सर इस तरह के सवाल प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछ लिए जाते हैं या फिर सामान्य ज्ञान के लिहाज से भी इसका जवाब पता होना जरूरी है।

छोटा श्रीकेथ्रश

दरअसल, दुनिया की सबसे जहरीले चिड़िया का नाम छोटा श्रीकेथ्रश है। जिनकी त्वचा और पंख में जहर होता है। जिसके छूते ही व्यक्ति की मौत हो सकती है। यह पक्षी खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया और न्यू गिनी में पाया जाता है। इस पक्षी को यह जहर कीड़े और अन्य शिकारियों से मिलता है। इस पक्षी के छूते ही इंसान का शरीर पूरी तरह से सुन्न हो जाता है। यह दिखने में गहरी लाल रंग के होते हैं। वहीं, ऑस्ट्रेलिया में पाए जाने वाले इन पक्षियों की पीठ भूरे रंग की होती है, जबकि नीचे का हिस्सा पीला होता है। इसीलिए लोगों को इस पक्षी से बचकर रहने की सलाह दी जाती है। इनके शरीर में बैट्राकोटॉक्सिन नामक जहर पाया जाता है।