World Liver Day: लिवर शरीर का बहुत अहम अंग है। लिवर हमारे शरीर में कई प्रकार के काम करता है जैसे कि खाना पचाना, ब्लड को फिल्टर करना, विटामिन डी को एक्टिव करना, शुगर लेवल को बैलेंस कर रखना आदि। ऐसे में लिवर का ख्याल रखना बहुत जरूरी होता है, लिवर में परेशानी आने की वजह से शरीर के कई कामों में परेशानी आ सकती है। अगर आप अपनी पूरी सेहत को दुरुस्त रखना चाहते हैं तो उसके लिए आपको सबसे पहले अपने लवर का ख्याल रखना जरूरी है। लिवर में जब गंदगी जमा हो जाती है तब कई प्रकार की शारीरिक समस्याएं होने लगती है।
हर साल 19 अप्रैल को वर्ल्ड लेबर डे मनाया जाता है। इसी के चलते हम आपको बताएंगे की लिवर में जमी गंदगी को कैसे बाहर निकाला जा सकता है। जब भी लीवर में गंदगी जमती है तो कब्ज, एलर्जी, पाचन और थकान जैसी समस्याएं होने लगती है। अगर आप भी यह सारी समस्या अपने आप में महसूस करते हैं तो आपको वक्त रहते ही लीवर की गंदगी को बाहर निकाल देना चाहिए। चलिए हम आपको बताते हैं कि कैसे आप कुछ नेचुरल खान-पान के चलते समय समय पर लिवर डिटॉक्स कर सकते हैं।
लिवर डिटॉक्सिफाई के लिए क्या-क्या खाना चाहिए
हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियां, जैसे पालक, मेथी, और सरसों का साग, लिवर के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं। इनमें क्लोरोफिल और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो लिवर को डिटॉक्सीफाई करने और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियां न केवल स्वादिष्ट और पौष्टिक होती हैं, बल्कि लिवर के स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी होती हैं। इनमें विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सीडेंट और क्लोरोफिल भरपूर मात्रा में होते हैं जो लिवर को कई तरह से स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
खट्टे फल
खट्टे फल, जैसे संतरा, नींबू, और मौसमी, विटामिन सी से भरपूर होते हैं जो लिवर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में मदद करते हैं।विटामिन सी से भरपूर खट्टे फल न केवल इम्युनिटी बढ़ाते हैं, बल्कि शरीर को डिटॉक्सीफाई करने और लिवर को स्वस्थ रखने में भी मदद करते हैं।
पानी
पानी पीना लिवर को हाइड्रेटेड रखने और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। प्रतिदिन 8-10 गिलास पानी पीने का लक्ष्य रखें।पानी न केवल जीवन के लिए आवश्यक है, बल्कि यह लिवर के स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह लिवर को हाइड्रेटेड रखने, टॉक्सिन्स को बाहर निकालने और पाचन तंत्र को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है। पानी पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है और लिवर पर बोझ कम होता है। पर्याप्त पानी पीने से पित्त पतला होता है और पित्त पथरी बनने की संभावना कम होती है।
हल्दी
हल्दी में करक्यूमिन नामक एक यौगिक होता है जो लिवर की सूजन को कम करने और लिवर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में मदद करता है। आप हल्दी को दूध में मिलाकर पी सकते हैं या इसे अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं।
ग्रीन टी
ग्रीन टी लिवर की सफाई के लिए एक बेहतरीन पेय है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट लिवर को डिटॉक्सीफाई करने और उसे स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन नामक एंटीऑक्सीडेंट लिवर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाने और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। ग्रीन टी लिवर में वसा के जमाव को कम करने में मदद करती है, जिससे फैटी लिवर की समस्या कम हो सकती है। ग्रीन टी लिवर की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने में मदद करती है, जिससे यह टॉक्सिन्स को अधिक प्रभावी ढंग से बाहर निकाल सकता है। ग्रीन टी पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है और लिवर पर बोझ कम होता है।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।