धरती पर पेड़-पौधे किसी भी इंसान के जीवन का सहारा होते हैं। इसके बिना जिंदा रहने की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। यह पृथ्वी के फेफड़े की तरह काम करते हैं। इससे हमें शुद्ध हवा मिलती है, जिससे हम सांस लेते हैं। यह हमारे जीवित रहने का प्रमुख संसाधन है। यदि हवा रुक जाए तो इंसान से लेकर पशु-पक्षी हर कोई मौत के मुंह में चला जाएगा। लेकिन आज हम आपको उन देशों के बारे में बताएंगे, जहां एक भी पेड़ नहीं पाए जाते हैं।
जी हां, आपको यह जानकर बहुत ही ज्यादा हैरानी होगी कि इस धरती पर कुछ ऐसे भी देश हैं, जहां पेड़-पौधे का नाम और निशान नहीं है। बावजूद इसके, यहां के लोग खुलकर सांस लेते हैं।
अंटार्कटिका
इस लिस्ट में पहला नंबर अंटार्कटिका का आता है, जो कि करीब 98% बर्फ की मोटी परत से ढका हुआ है। यहां पेड़ का उगना बहुत ही मुश्किल है क्योंकि यह दुनिया का सबसे ठंडा इलाका होता है। यहां के लोग इग्लू में रहा करते हैं। तापमान की बात करें तो यह हमेशा माइनस में ही रहता है, जिस कारण हरियाली दूर-दूर तक नजर नहीं आती। इसके बाद भी लोग यहां पर चैन की सांस लेकर बहुत ही अच्छे तरीके से अपना जीवन यापन करते हैं।
ग्रीनलैंड
इसी लिस्ट में ग्रीनलैंड का भी नाम शामिल है। नाम सुनकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि हरियाली के कारण इस देश का नाम यह रखा गया होगा, लेकिन आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि पूरा देश बर्फ से ढका हुआ है। हजारों मील तक एक भी पेड़ आपको नजर नहीं आएगा। यह दुनिया का सबसे बड़ा द्वीप है, जो कि चारों ओर से ग्लेशियर से घिरा हुआ है। यहां के लोग सुख-शांति से अपना जीवन यापन कर रहे हैं।
ओमान
इस लिस्ट में ओमान का नाम भी शामिल है, जहां पेड़-पौधे बहुत ही कम हैं। तब भी लोग बहुत ही शानदार तरीके से जीवन को जी रहे हैं। हालांकि, यहां कुछ संगठन ऐसे भी हैं जो कृत्रिम रूप से पेड़ों को लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
कतर
दुनिया के सबसे अमीर देशों की लिस्ट में शुमार कतर भी पेड़-पौधों से कोसों दूर है। यहां पर अधिकांश हिस्सा रेगिस्तान है। यहां लोग फल और सब्जी भी दूसरे देशों से मंगवाते हैं। हालांकि, यह देश तेल और गैस के भंडार के लिए जाना जाता है।





