घर की इस जगह पर भूल कर भी न रखें कांटे वाले पेड़, ऐसे पौधे लगाना है फायदेमंद

Manisha Kumari Pandey
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जीवनशैली, डेस्क रिपोर्ट। इन दिनों एक चलन तेजी से बढ़ा है। ये चलन है घर के भीतर कमरों में अलग अलग किस्म के पौधे लगाने का। रूम को सूदिंग लुक देने के लिए अब कमरों के अंदर ही ऑरिजनल पौधों से डेकोरेशन होने लगा है। नेचुरल लुक और स्ट्रेस कम करने वाले पेड़ पौधे करीने से सजाए तो वाकई घर का लुक बदल देते हैं। आप भी अगर पौधों से अपने घर के अंदर के कोनों को सजाना चाहते हैं तो पौधे लगा सकते हैं। लेकिन उससे पहले पौधे लगाने के वास्तु को जान लेना जरूरी है। कहीं ऐसा न हो कि गलत वास्तु के चलते आप पर कोई बड़ी मुसीबत आ जाए। जानिए कौन सा पौधा घर के भीतर कहां लगाना शुभ होता है और कौन से पौधे घर के अंदर नहीं लगाए जाने चाहिए।

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पूर्व दिशा में

घर के पूर्वी कमरे में अगर कोई पौधा लगाना चाहते हैं तो आप तुलसी, गुलाब, गेंदा, लिली औऱ पुदीना लगा सकते हैं। इन पौधों को लगाने से घर के लोगों की सेहत अच्छी रहती है। पूर्व दिशा की ओर आंगन में पेड़ लगाना है तो फिर बरगद का पेड़ चुनें। पूर्व दिशा में लगा बरगद सभी मनोकामनाएं पूरी करता है। लेकिन भूल कर भी इस दिशा में पीपल न लगाएं इससे घर का द्वार गरीबी और दरिद्रता के लिए खुल जाएगा।

पश्चिम दिशा

पश्चिम दिशा में पीपल का पेड़ लगाना शुभ है। अगर घर के अंदर लगाना चाहते हैं तो पश्चिम की ओर पीपल का बॉनसाइ लगा सकते हैं। इस दिशा में कभी कांटेदार पौधे न रखें। जैसे डेजर्ट ट्री रखने का शौक हो तो उसके लिए घर की पश्चिमी दिशा न चुनें। इन पौधों की वजह से घर पर हमेशा दुश्मन का खतरा बना रहता है।

उत्तर दिशा

घर के अंदर इस दिशा में ऐसे पौधे लगाएं जिसमें नीले रंग के फूल आते हों। इससे घर में शांति कायम रहती है। घर के बाहर लगाने के लिए इस दिशा में तुलसी का पौधा सबसे उत्तम है। ये ध्यान रखें कि घर के अंदर या बाहर उत्तर दिशा में कभी फल देने वाले पौधे न लगाएं। इससे संतान को कुछ न कुछ समस्या होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

दक्षिण दिशा

अगर घर के अंदर इस दिशा में कोई पौधा लगाना चाहते हैं तो ऐसा पौधा चुनें जिसमें कुछ औषधीय गुण हों। बाहर नीम का पेड़ लगाना शुभ होगा। दक्षिण दिशा में ऐसे पौधे लगाने से घर में रहने वाले लोग रोगों से दूर रहते हैं। इस दिशा में तुलसी या कांटे वाले पौधे बिलकुल न लगाएं।

Disclaimer: इस खबर का उद्देश्य भ्रम फैलाना नहीं है, यह केवल शिक्षित करने के लिए है। कृपया विशेषज्ञों से सलाह जरूर लें।


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