रतलाम, डेस्क रिपोर्ट। शुक्रवार सुबह रतलाम रेलवे स्टेशन पर एक बड़ा हादसा होते होते रह गया, जहां स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 पर लगी लिफ्ट में 28 यात्री करीब 45 मिनट तक फंसे रहे। इस दौरान लिफ्ट में घबराहट और तनाव की स्थिति पैदा हो गई। सूचना मिलते ही रेलवे के इलेक्ट्रिक विभाग आरपीएफ व जीआरपी अमले ने मौके पर पहुंचकर जैसे तैसे लिफ्ट का गेट खुलवा कर यात्रियों को बाहर निकाला।
जानकारी के मुताबिक, लिफ्ट में करीब 28 यात्री एक साथ चढ़ गए और उनके साथ सामान भी था। लिमिट से ज्यादा वजन होने के कारण लिफ्ट ऊपर नहीं गई लेकिन इस दौरान गेट लॉक हो गया, जिसके कारण लिफ्ट के अंदर मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई और सभी जोर-जोर से चिल्लाने लगे। सूचना मिलने पर आरपीएफ जीआरपी सहित रेलवे के इलेक्ट्रॉनिक विभाग ने तुरंत एक्शन लेते हुए रॉड के माध्यम से गेट को थोड़ा सा खोल दिया ताकि हवा आ-जा सके। इस दौरान अंदर खड़े यात्रियों को सांस लेने में कोई परेशानी नहीं हुई। करीब 40-45 मिनट बाद लिफ्ट का गेट खुला तब जाकर फंसे हुए लोगों ने राहत की सांस ली। इस दौरान ट्रेन भी प्लेटफार्म पर खड़ी रही और बाद में सभी यात्रियों और ट्रेन तक पहुंचाया गया।
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आरपीएफ के अनुसार ओवरलोडिंग के कारण यह समस्या हुई थी, लिफ्ट में 20 से ज्यादा व्यक्ति एक साथ सवार नहीं हो सकते थे। लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि रेलवे ने स्टेशन पर लिफ्ट लगा दी है लेकिन संचालन के दौरान कोई गार्ड मौजूद क्यों नहीं था? यात्रियों की माने तो लिफ्ट के पास कभी गार्ड मौजूद नहीं नहीं रहता। यहीं कारण है जिससे ओवरलोडिंग की ऐसी घटनाएं होने की आशंका बनी रहती है।
आपको बता दे रतलाम से इंदौर के लिए सुबह 6:35 बजे रवाना होने वाली डेमू ट्रेन में प्रतिदिन बड़ी संख्या में यात्री सफर करते हैं। रेल प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए प्लेटफार्म नंबर 1 व 2 पर लिफ्ट लगाई है।