ग्वालियर, अतुल सक्सेना। वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए प्रस्तावित बजट (Budget) तैयार करने वाले ग्वालियर नगर निगम (Gwalior Municipal Corporation) के अधिकारियों को संभाग आयुक्त एवं नगर निगम प्रशासक आशीष सक्सेना (Divisional Commissioner and Municipal Corporation Administrator Ashish Saxena) की नाराजगी और फटकार का सामना करना पड़ा। दरअसल ग्वालियर नगर निगम (Gwalior Municipal Corporation) के अधिकारियों ने जो बजट तैयार किया था उसमें आमदनी से ज्यादा खर्चा बताया था। संभाग आयुक्त एवं नगर निगम प्रशासक आशीष सक्सेना अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत आंकड़े देखकर नाराज हुए और ये कहते हुए बजट वापस लौटा दिया कि जो आंकड़े आप लोगों ने एकत्रित किये हैं वो बिना देखे और जांचे एकत्रित किये हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि सही आंकड़ों के साथ सात दिन में ऐसा बजट प्रस्ताव लाएं जिसमें नगर निगम की आय की बात हो।
संभाग आयुक्त एवं नगर निगम प्रशासक आशीष सक्सेना (Divisional Commissioner and Municipal Corporation Administrator Ashish Saxena) ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के प्रस्तावित बजट पर ग्वालियर नगर निगम (Gwalior Municipal Corporation) के अधिकारियों के साथ बैठक की। अधिकारियों ने प्रस्तावित बजट में आय व्यय का जो लेखा जोखा बताया उसे देखकर संभाग आयुक्त एवं नगर निगम प्रशासक आशीष सक्सेना (Divisional Commissioner and Municipal Corporation Administrator Ashish Saxena) नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि जब ग्वालियर नगर निगम (Gwalior Municipal Corporation) के पास खुद की 262 दुकानें हैं जिनसे सालाना 2.5 करोड़ रुपए की आय हो सकती है तो इससे 1 करोड़ आय क्यों बताई गई है, इसका मतलब साफ़ है कि ये आंकड़े बिना देखे और बिना जांचे प्रस्तुत किये गए हैं।
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जानकारी के मुताबिक प्रस्तावित बजट में बिजली ट्रांसफार्मर मेंटेनेंस के लिए एक करोड़ का खर्च प्रस्तावित किया गया, इसे देखकर संभाग आयुक्त एवं नगर निगम प्रशासक आशीष सक्सेना (Divisional Commissioner and Municipal Corporation Administrator Ashish Saxena) ने वित्त विभाग एवं बिजली विभाग के अधिकारियों से सवाल किया कि ये काम तो बिजली कंपनी करती है ये काम नगर निगम कबसे करने लगी है।
संभाग आयुक्त एवं नगर निगम प्रशासक आशीष सक्सेना (Divisional Commissioner and Municipal Corporation Administrator Ashish Saxena)ने सवाल किया कि क्या बजट बैठक के पहले अधिकारियों ने बैठक की? इसका जवाब किसी के पास नहीं था, सब चुप लगा गए। उन्होंने कहा कि बजट बैठक से पहले नए आयुक्त शिवम वर्मा (Shivam Varma) के साथ बैठक क्यों नहीं की? इसके जवाब में अधिकारी गर्दन झुकाये बैठे रहे। आशीष सक्सेना ने कहा कि सभी अधिकारी आयुक्त के साथ बैठक कर एक सप्ताह में ऐसा बजट तैयार करें जिसमें नगर निगम की आय बढ़े।
संभाग आयुक्त एवं नगर निगम प्रशासक आशीष सक्सेना (Divisional Commissioner and Municipal Corporation Administrator Ashish Saxena) ने निर्देश दिए कि हॉकर्स जोन और ठेले वालों को पांच रुपये की पर्ची देना बंद करें उन्हें स्मार्ट कार्ड बनाकर दिए जाएं उसके माध्यम से हर महीने 200 रुपए ऑनलाइन जमा कराएं इससे हर साल 3.50 करोड़ रुपये की आय होगी। उन्होंने निर्देश दिए कि मेनुअल वसूली रजिस्टर बंद किये जाएं और ऑनलाइन सिस्टम से वसूली की जाये।