आगर मालवा। गिरीश सक्सेना।
पंद्रहवीं विधानसभा के लिए सियासत इस बार इस तरह उलझी है कि वोटिंग के बाद भी नेता और उनके परिवार भगवान की शरण में बार बार पहुंच रहे हैं। 28 नंबर को प्रदेश की जनता ने सभी प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम के पटल पर लिख दिया था। लेकिन नेताओं का मंदिर प्रेम वोटिंग के बाद से कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह रविवार को आगर मालवा जिले के नलखेड़ा स्थित मां बगलामुखी मंदिर पहुंची।
यू तो मतदाताओं ने प्रत्यशियों के भाग्य का फैसला 28 नवम्बर को ही कर दिया था, पर यह फैसला उनके पक्ष में हो कुछ इसी तरह की कामना के साथ प्रत्याशी एवं उनके परिवार के सदस्य जगह जगह देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर रहे है। इसी क्रम में साधना सिंह ने भी प्रसिद्द तांत्रिक स्थली मां बगलामुखी मंदिर में पहुँच कर पूजा अर्चना की है। हालांकि, इसे एक धार्मिक यात्रा बताते हुए साधना सिंह ने पत्रकारों से किसी प्रकार की कोई चर्चा नहीं की है और जहां तक संभव हुआ मीडिया से दूरी बनाने का प्रयास उनके द्वारा किया गया है ।
गौरतलब है कि नतीजों से पहले दोनों दलों के नेता प्रदेश के सभी प्रसिध्द मंदिर और धार्मिक स्थलों में भगवान को मनाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रदेश के आगर में स्थित बगलामुखी मंदिर, दतिया में पीतांबरा पीठ दोनों ही काफी प्रसिद्ध मंदिरों में से एक हैं। इन मंदिरों की काफी मान्यताएं हैं। इसलिए इन मंदिरों में मध्य प्रदेश के नेताओं के अलावा पड़ोसी राज्यों जैसे राजस्थान और छत्तीसगढ़ के नेता भी दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। इन मंदिरों में नेताओं द्वारा स्पेशल पूजा करने की डिमांड काफी बढ़ रही है। वहीं उज्जैन के महाकाल मंदिर में भी अक्सर नेता अपनी हाजिरी लगाते रहते हैं। लेकिन इस बार नलखेड़ा के बगलामुखी माता मंदिर में भारी संख्या में नेता आर्शीवाद लेने के लिए पहुंच रहे हैं।