अलीराजपुर, यतेंद्रसिंह सोलंकी। गायत्री परिवार ही एक ऐसी संस्था है, जो गांव-गांव जाकर लोगों को सुधारने का कार्य कर रही है और उन्हें धर्म संस्कृति की धारा से जोड़ रही है। यह बात विधायक मुकेश पटेल ने गायत्री शक्तिपीठ में 21वें स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में कही।
मुकेश पटेल ने कहा कि आदिवासी अंचल का यह गायत्री परिवार शक्ति पीठ पूरे क्षेत्र में जन जागरण का केंद्र बना हुआ है। शक्ति पीठ की प्राण प्रतिष्ठा के समय हमारे पूज्य पिताजी का भी पूर्ण योगदान रहा और आज इस शक्तिपीठ के इक्कीसवें स्थापना दिवस के अवसर पर मुझे याद किया गया यह मेरे एवम मेरे परिवार के लिए गौरव की बात है। पूर्व नगरपालिका उपाध्यक्ष भगवती प्रसाद जायसवाल ने कहा कि हमारा परिवार शुरू से ही गायत्री माता की उपासना से जुड़ा हुआ है, इसलिए गायत्री शक्तिपीठ में जब भी कोई कार्यक्रम होता है तो हम उसमें पूरी मदद करने के लिए तैयार रहते है। गायत्री परिवार के द्वारा क्षेत्र में बहुत ही अच्छा कार्य किया जा रहा है, इसकी हम प्रशंसा करते है। कार्यक्रम को सम्मानीय अथिति नगर पालिका उपाध्यक्ष संतोष परवाल, भाजपा नेता किशोर शाह, अशोक ओझा व भगत चंदरसिंह ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम के संबंध में शक्तिपीठ के व्यवस्थापक संतोष वर्मा ने बताया कि इस शक्तिपीठ की प्राण-प्रतिष्ठा शांतिकुंज हरिद्वार के प्रमुख डॉ0 प्रणव पंड्या के द्वारा 21 जनवरी 2000 को की गई थी। दो दिवसीय कार्यक्रम में प्रथम दिवस में अखंड जप व दूसरे दिन प्रातः पंचकुंडीय गायत्री यज्ञ संस्कार कार्यक्रम हुए। कार्यक्रम में समयदानी कार्यकर्ताओं का अतिथियों के द्वारा गायत्री मंत्र के दुप्पटे व फल से रणछोड़ राठौड़,जगदीश राठौड़ पिपलियावाट वाले,रतनलाल माली, ओंकार राठौड़,प्रतीक राठौड़,अभिषेक राठौड़,जगदीशचंद्र टवली,मनीष राठौड़,व महिला मंडल से गायत्री राठौड़, कीर्ति राठौड़,मंजुला राठौड़,मीरा राठौड़ का सम्मान किया गया। साथ ही गायत्री परिवार के वरिष्ठ परिजन रूपचंद टवली का विशेष दानदाता सिंधु कावले बहन जी के द्वारा दुप्पटे व श्रीफल से सम्मान किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सन्तोषीलाल जैन, दीपक राठौड़,बद्रीलाल राठौड़,शैलेन्द्र राठौड़,सुरेश राठोड़,जितेंद्र राठौड़, पिंटू राठौड़,अनिल माली,कमलेश राठौड़,ग्यारसीलाल भाटिया गीता राठौड़,हीरामणि राठौड़,ज्योति राठौड़,गायत्री वाणी का योगदान रहा। दीप यज्ञ कार्यक्रम महिला मंडल के द्वारा किया गया कार्यक्रम का संचालन संतोष वर्मा ने किया।
यतेंद्रसिंह सोलंकी
आलीराजपुर