अलीराजपुर, यतेन्द्रसिंह सोलंकी। जिम्मेदार जब ठान ले कि विभाग की छवि को जनमानस के बीच ले जाने से लोगो की मानसिकता बदल सकती है तो फिर ऐसा प्रयास किया जाए हो सकता है। जिससे भय खत्म हो कर जनता से नजदीकियां बढ़े जी हां कुछ ऐसी ही सोच को ले कर अलीराजपुर जिले (Alirajpur District) के नवागत पुलिस कप्तान ग्रामीणों के बीच पहुंच कर कांच के कंचे को माध्यम बना कर पुलिस (police) और आम जनता (Aam janta) के बीच की भय की दूरी को खत्म करना चाह रहे है। आदिवासी बहुल जिले में नशे के चलते महिला अपराध उत्पीड़न जैसे कई अपराध के साथ ओर कई तरह की विसंगतियां होती आईं है। ऐसे में पुलिस की सकारात्मक भूमिका की जरूरत होती है, जो ग्रामीणों के मन मे बैठे खाकी वर्दी के भय को दूर कर वैचारिक और आर्थिकता के पहियों पर सवार हो कर क्षेत्र में विकास की रेखा को रेखांकित कर सके।
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नवोदित पुलिस कप्तान मनोज सिंह जिले के दुरस्त और पहाड़ी इलाके मथवाड पहुँचे तो बच्चों की टोलियों के बीच जा पहुँचे। गाड़ियों के काफिले के बीच बन्दूकधारियों को देख ग्रामीण पहले तो सहम गए ,लेकिन एसपी की बच्चों के साथ कांच के कंचे खेलने की बात पर न केवल बच्चे खुश हो गए, अपितु पास खड़े ग्रामीण भी आश्चर्य भाव से देखने लगे। अमूमन प्रयास छोटा लेकिन उसकी सार्थकता काफी बड़ी है। बकौल एसपी लोगों के मन से भय दूर होगा तो वे पुलिस के मित्र बनेंगे और लोगो का भरोसा भी बढ़ेगा।
वहीं युवाओं में इस वीडियो को देखकर उनकी खुशी देखी जा सकती है वे कहते है एसपी साहब की इस तरह से कार्यशैली युवाओं में अपराधों पर अंकुश लगेगा और पुलिस से जो भय रहता था वह खत्म होगा। कहीं ना कहीं पुलिस उनकी दोस्त के रूप में दिखाई देती है और जिलों को अपराध मुक्त में एक सार्थक प्रयास है हम उनका सम्मान करते है।
अलीराजपुर एसपी (Alirajpur SP) मनोज कुमार सिंह ने बताया कि जन जागृति अभियान मतलब जिले में जन जागृति अभियान पुलिस द्वारा चलाया जा रहा है। इसके तारतम्य में जिले के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच कर ग्रामीणों से संवाद कर रहा हूं। इस अभियान के अंतर्गत महिला अपराध रोकना नशा मुक्ति और शिक्षा को बढ़ावा देना मुख्य बिंदु पर काम कर रहा हूं। ग्रामीण क्षेत्र में अशिक्षा के साथ नशे की बहुलता के चलते कई तरह के अपराध होते हैं, जिनमें नारी भी प्रताड़ित होती है। लोगो के बीच पहुंच कर उनमें पुलिस का भय दूर कर मित्र बनाना सार्थकता के संवाद से पुलिस मुखिया मनोज सिंह को कितनी सफलता मिलती है ,यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन प्रयासों से प्रेरणा की कहानी भी बनती है इंतजार प्रयासों और उस पर खरे उतरते ग्रामीणों का।