अलीराजपुर।
प्रदेश भर में विभिन्न जिलों से कलेक्टरो की मनमानी और रवैये की शिकायतें अब आम हो गई है। अब अलीराजपुर के पीजी कॉलेज की प्रिंसिपल अल्पना बारिया कलेक्टर सुरभि गुप्ता से परेशान है। दरअसल कॉलेज में 77 लाख रू की लागत से यूजीसी और जनभागीदारी के सहयोग से इन्डोर गेम हाल तैयार हुआ है जिसमें बैडमिंटन खेलने के लिए वुडन कोर्ट भी है।
कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि यह हाल खेल एवं युवा कल्याण विभाग को सौंप दिया जाए और इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जाए। प्रिंसिपल ने यह फरमान नहीं माना तो कलेक्टर सुरभि गुप्ता ने हाल के काम से जुड़े हुए 7 लोगों का वेतन रोक दिया और 3 माह से प्रिंसिपल का भी वेतन रुका हुआ है। हॉल का पोजीशन न लेने के पीछे प्राचार्य का तर्क है कि अभी पीआईयू को 40 लाख रू का भुगतान बाकी है जिसके लिए यूजीसी को लिखा गया है और जब तक यह भुगतान ना हो हैंडोवर कैसे लिया जा सकता है? यह बात कलेक्टर को बताई गई तो उन्होंने बजाए कोई हल करने के कोषालय अधिकारी को वेतन रोकने के लिए ही बोल दिया। प्राचार्य ने इस बात की शिकायत उच्च शिक्षा आयुक्त को की है। हालांकि कलेक्टर का कहना है कि प्रिंसिपल बेवजह हैंडोवर नहीं ले रही हैं और वेतन रोकने के लिए किसी ने नहीं कहा है।
इन लोगों का वेतन रोका
प्रभारी प्राचार्य डाॅ. अल्पना बारिया, डाॅ. एसएल देवड़ा, डाॅ. भूपेंद्र तिवारी, डाॅ. उर्मिला डाॅगी, यूजीसी प्रभारी प्रो. एनएस भाटी, प्रो. मीना सोलंकी और डाॅ. रमेश भिंडे।