अनूपपुर, वेद शर्मा। मध्यप्रदेश के नागरिकों को शुद्ध एवं गुणवत्तापूर्वक (Pure and quality) खाद्य सामग्री मुहैया कराने के उद्देश्य से राज्य शासन ने मिलावट से मुक्ति अभियान (Milavat se mukti abhiyan) की शुरूआत की है। इसके अंतर्गत दैनिक जीवन में प्रयोग होने वाले खाद्य प्रदार्थ दूध(Milk) घी (Ghee) मावा (Mawa) पनीर (Paneer) दही (Curd) मिठाइयाँ (Sweets) मिर्च (Chili) मसाले (Spices) तेल (Oil) आदि में किसी भी प्रकार की मिलावट को रोकने के लिए चलित खाद्य प्रयोगशाला त्वरित परीक्षण किया जायेगा। यह सुविधा प्रदेश के सभी संभागो में प्रदान की गई है। चलित खाद्य प्रयोग शाला पूर्णतः वातानुकूलित तथा आधुनिक उपकरणों से युक्त है, इसके अंतर्गत मिल्क स्कैनर, पीएच मीटर, रेफे्रेटोमीटर, टी.पी.आर. मीटर, पैथोलॉजिन किट के साथ बैलेन्स, मिक्स ग्राइंडर, हाट एयर ओवन, गैस सिलेण्डर, कम्प्यूटर, प्रिंटर आदि सुविधाएँ उपलब्ध है। जिनकी सहायता से खाद्य प्रदार्थो का प्रारंभिक परीक्षण किया जायेगा और गड़बड़ी पाए जाने पर तत्काल एक्शन होगा।
चलित खाद्य परीक्षण प्रयोग शाला में उपलब्ध टेलीविजन एवं लाउडस्पीकर की मदद से आम नागरिको को खाद्य प्रदार्थो में मिलावट का तत्काल परीक्षण कराने के लिए प्रयोग की सुविधा का उपयोग करने के लिए जागरूक किया जायेगा। आम नागरिक मात्र 10 रूपये शुल्क जमा कराकर खाद्य प्रदार्थो में होने वाली मिलावट की जाँच करा सकेंगे, इस प्रयोग शाला में 67 प्रकार के खाद्य प्रदार्थो की जाँच की जायेगी। प्रदेश सरकार की ऐसी मंशा है कि मिलावट करने वाले गिरफ्त में आएंगे और ईमानदार व्यवसायी निर्भय होकर अपना व्यापार कर पायेंगे साथ ही आम नागरिक शुद्ध खाद्य प्रदार्थ प्राप्त कर सकेंगे।
चलित प्रयोगशाला के मैजिक बॉक्स के द्वारा खाद्य सुरक्षा अधिकारी खाद्य प्रतिष्ठानो में खाद्य प्रदार्थो की जाँच करेंगे। प्रारंभिक रूप से मिलावट पाये जाने पर उन खाद्य प्रदार्थो के विधिवत नमूने लेने की कार्यवाही अथवा सुधार सूचना जारी कर सुधार कराया जायेगा तथा 102 प्रकार के प्रारंभिक परीक्षण किए जायेंगे। शहडोल संभाग को प्राप्त चलित खाद्य जाँच प्रयोगशाला बुधवार को अनूपपुर शहरी क्षेत्र के भ्रमण में रही एवं विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों के खाद्य पदार्थों में मिलावट की जाँच की गयी।