अशोकनगर| गेहूं एवं दूसरी फसल के लिए रासायनिक खाद यूरिया की इस वक्त सबसे ज्यादा जरूरत है, विपणन संघ द्वारा किसानों को सिर्फ 2 कट्टी यूरिया दी जाए रही है, इससे नाराज हो कर आज किसानों ने फिर चक्काजाम कर दिया। तहसीलदार एवं SDOP मौके पर पहुँचे | निजी एवं सरकारी गोदामों से एक साथ किसानों को खाद उपलब्ध कराने के लिए टोकन बांटने की व्यवस्था भी शुरू की गई है मगर सबसे बड़ा सवाल यही है कि 9000 टन यूरिया की मांग होने के बाद भी समय पर यूरिया उपलब्ध ना होने के कारण किसान खाद का यह कृत्रिम संकट बना है । हालांकि किसानों के चक्का जाम के बाद कलेक्टर डॉ मंजू शर्मा एवं विधायक जजपाल सिंह जज्जी ने खाद की किल्लत को दूर करने के लिए मार्कफेड एवं एनएफएल के अधिकारियों से बात की है । दोनों ने बताया कि आगामी एक-दो दिन में खाद की पूर्ति कर दी जाएगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अशोकनगर में बीते कुछ दिन से लगातार खाद की समस्या बनी हुई है ।15 कट्टी प्रति किसान को देने से शुरू यह व्यवस्था लगातार घटकर आज 2 कट्टी प्रति किसान हो गई तो किसानों ने विरोध शुरू कर दिया। उल्लेखनीय है कि अशोकनगर जिले के लिए 9 हजार टन खाद की मांग की गई थी। मगर समय पर यह खाद उपलब्ध नहीं कराया गया जिस कारण यह संकट बना है। इसके पीछे भी किसानों ने बाजार से महंगी कीमत पर खाद बिकवाने की साजिश के तहत खाद का कृतिम संकट खड़ा करने की बात कही है।
किसानों के द्वारा जाम लगाने के बाद मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने सरकारी गोदाम के स्टॉक के साथ-साथ निजी गोदामों के स्टॉक का जायजा लिया है। तीनों को मिलाकर सिर्फ 17 सौ बोरी खादी उपलब्ध पाया गया है। इसके लिए किसानों को टोकन से वितरण की व्यवस्था करने की बात कही है।
किसानों द्वारा विरोध करने एवं चक्का जाम लगाने के बाद कलेक्टर डॉ मंजू शर्मा ने मार्कफेड के एमडी से बात की है। साथ ही विधायक जजपाल सिंह जज्जी ने बताया कि अशोकनगर के लिए आरक्षित खाद की मांग के लिए सड़क मार्ग एवं रैक के द्वारा खाद उपलब्ध कराने की व्यवस्था को लेकर मार्कफेड की एमडी स्वाति मीणा एवं एनएफएल के वरिष्ठ अधिकारी आर.के. जैन से बात की है। दोनों का ही कहना है कि आज से ही ट्रकों से खाद भेजा जाएगा ।जबकि 1 तारीख के बाद रेलवे के रैक से भी खाद भिजवा दिया जाएगा।