बालाघाट के मलाजखंड दलम के नक्सलियों ने तेंदुपत्ता को लगाई आग, लाखों के नुकसान की आशंका

बालाघाट, सुनील कोरे। बालाघाट (Balaghat) जिले के जंगल में छिपकर शांत बैठे नक्सलियों (Naxalites) ने एक बार फिर अपनी मौजूदगी का अहसास करा दिया है। 21-22 मई की दरमियानी रात लभभग 2 से 3 बजे नक्सलियों ने तेंदुपत्ता फड में रखे लगभग डेढ़ लाख तेंदुपत्ता गढ्ढियों को आग के हवाले कर दिया। यह तेंदूपत्ता मलाजखंड थाना अंतर्गत पाथरी चौकी के ग्राम कंदई के बदरीटोला में रखे हुए थे। जिससे लगभग 10 लाख रूपये के नुकसान का आंकलन जताया जा रहा है।

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सूचना के अनुसार 14 से 15 सशस्त्र महिला, पुरूष नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया है। आगजनी के बाद नक्सलियों ने यहां पर्चे भी छोड़े है, जिसमें तेंदुपत्ता की दरो में महाराष्ट्र (Maharashtra) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की अपेक्षा कम राशि मिलने पर नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा गया है कि जब बाजार में हर चीज़ों के दाम दोगुने बढ़ गये है। तो तेंदुपत्ता की राशि में एक पैसे की वृद्धि नहीं की गई। इस मामले में मलाजखंड दलम का नाम सामने आया है। जिसमें मलाजखंड पुलिस ने मलाजखंड दलम के 14-15 नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं घटना के बाद पुलिस ने क्षेत्र में सर्चिंग तेज कर दी है। वहीं मलाजखंड पुलिस की माने तो जलाये गये तेंदुपत्ता को जमनादास मुरारजी कंपनी के लिए तेंदुपत्ता ठेकेदार अजीत बढेरा द्वारा खरीदा गया था। नक्सलियों ने तेंदूपत्ता में दी जा रही कम राशि का विरोध करते हुए जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य में बाधा डालने का प्रयास किया है। मलाजखंड थाना के पाथरी पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम कन्दई के बदरीटोला में संग्रहित कर रखे गये तेंदुपत्ता की गढ्ढियों को आग के हवाले करने के बाद नक्सलियों ने यहां पेड़ के टहनियों में पर्चे भी टांगे है। जिसमें नक्सलियों ने मंहगाई का उल्लेख करते हुए लिखा है कि बाजार में हर चीज के दाम दोगुने बढ़ गये है, फिर तेंदूपत्ता के दाम क्यों कम है, जबकि पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ में 450 रूपये प्रति सैकडा तेंदूपत्ता की गड्डी दिया जाता है। जब तेंदूपत्ता मजदूर दाम की जानकारी लेते है तो ठेकेदार उन्हे पुलिस की धमकी देते है। नक्सलियों ने पर्चो में उल्लेख कर ठेकेदारो को चेताया है कि वे तेंदूपत्ता मजदूरो को वाजीब मेहनताना 600 रूपये प्रति सैकड़ा दे।


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Harpreet Kaur