Road Accident: दुर्घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं करने पर सड़क पर फूटा परिजनों और ग्रामीणों गुस्सा

Gaurav Sharma
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बालाघाट, सुनील कोरे। जिले के खैरलांजी थाना अंतर्गत भौरगढ़ में बीती रात हुई सड़क दुर्घटना (Road Accident)  की खैरलांजी पुलिस द्वारा परिजनों की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराये जाने और कथित तौर से दुर्घटना (road accident) में पुलिस रिपोर्ट (report) नहीं कर मामले को रफा-दफा करने वाले कथित बिचौलिये ग्रामीण जनप्रतिनिधि के खिलाफ आज 5 दिसंबर को परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा सड़क पर फूट पड़ा और कथित बिचौलिये, रिपोर्ट दर्ज नहीं करने वाले पुलिसकर्मी और मुआवजा की मांग का लेकर सड़क पर बैलगाड़ी खड़ी कर टायर जलाकर जाम लगा दिया।

परिजनो का आरोप था कि पुलिस ने सड़क दुर्घटना (road accident) की रिपोर्ट न रात में दर्ज की, न आज सुबह, दूसरी ओर सड़क हादसे (road accident) की रिपोर्ट पुलिस में नहीं करके मामले को रफा-दफा करने वाले कथित ग्रामीण जनप्रतिनिधि बिचौलिये छोटु ठाकरे द्वारा गुमराह किया गया।

घटनाक्रम के अनुसार बीते 4 दिसंबर की रात लगभग 9 बजे मोटर सायकिल क्रमांक एमएच 31 बीजेड 0299 लिलामा निवासी राकेश पिता बाबुलाल भगत की टक्कर से भौरगढ़ निवासी 45 वर्षीय सुखदेव पिता लिखिराम लिल्हारे गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे परिजन तत्काल ही बेहतर उपचार के लिए तुमसर अस्पताल लेकर गये।

घटना के बाद ही कथित बिचौलिये ने परिजनों को घटना के बाद मध्यरात्रि तक यह कहकर रोके रखा कि वह मामले की रिपोर्ट पुलिस में न दर्ज कराये, वह घायल के ईलाज के संपूर्ण खर्च वाहन चालक से दिलवा देगा, घंटो बाद भी जब कथित बिचौलिये से परिजनों को कोई राहत नहीं मिली तो घायल का काका भाई अन्य लोगों के साथ खैरलांजी थाने पहुंचा, जहां उसने पुलिस से मामले में रिपोर्ट दर्ज किये जाने की बात कही, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं कर केवल नाम, पता लिखवाकर पुलिस ने उन्हें थाने से बैरंग रवाना करते हुए 5 दिसंबर को सुबह आकर रिपोर्ट दर्ज कराये जाने की बात कही।

आज सुबह तुमसर में ईलाजरत सुखदेव की तुमसर अस्पताल में मौत हो गई। जिसके बाद जब परिजन रिपोर्ट दर्ज कराने सुबह 9 बजे खैरलांजी थाना पहुंचे तो, पुलिस ने उनकी प्राथमिकी दर्ज नहीं की। जिससे आक्रोशित परिजन और ग्रामीणों ने भौरगढ़ सड़क के बीच बैलगाड़ी और टायर जलाकर चक्काजाम (road jam) कर दिया। देखते ही देखते भौरगढ़ में तनाव की स्थिति पैदा हो गई।

घटना की जानकारी मिलते ही स्थिति को नियंत्रित करने वारासिवनी एसडीएम संदीपसिंह, एसडीओपी वारासिवनी, सीएसपी कर्णिक श्रीवास्तव सहित खैरलांजी, रामपायली, वारासिवनी का बल घटनास्थल पहुंचा। जहां परिजन और ग्रामीणों का आक्रोश देखकर अधिकारियो ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन प्रदर्शनकारी रिपोर्ट दर्ज (report file) नहीं करने वाले खैरलांजी पुलिसकर्मी, रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने की बात कहकर मामले को रफा-दफा करने वाले कथित बिचौलिये पर कार्यवाही और मुआवजा की मांग पर अड़ गये।

इस दौरान प्रदर्शनकारी प्रदर्शन करते हुए घटना के बाद परिवार को घंटो तक गुमराह (bluff) करने और बाद में अभद्र व्यवहार करने वाले छोटु ठाकरे को घर से बाहर निकलने पर अड़े रहे। बताया जाता है कि इस दौरान जब छोटु ठाकरे को घर से ले जाते समय प्रदर्शनकारियो में शामिल किसी के द्वारा पत्थरबाजी किये जाने से पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाने हल्का बल प्रयोग किया। हालांकि पुलिस ने बल प्रयोग से इंकार किया है।

जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम ने परिजनों से उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं किये जाने की मांग (demand) का निराकरण करते हुए परिजनों की तत्काल रिपोर्ट दर्ज कराई और आश्वस्त किया कि घटना पर पूरी गंभीरता और निष्पक्षता से जांच की जायेगी।

हालांकि मुआवजा को लेकर प्रशासन का कहना था कि इस बारे में परिजनों से चर्चा कर रहे है। वही एसडीएम संदीपसिंह ने कहा कि रात में खैरलांजी पुलिसकर्मी द्वारा घायल व्यक्ति के परिजनों की शिकायत दर्ज नहीं करने वाले पुलिसकर्मी को लाईन अटैच करने की कार्रवाई की जा रही है।

सुबह से भौरगढ़ में जाम के कारण तनाव का माहौल प्रशासनिक अधिकारियों की समझाईश और परिजनों की खैरलांजी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराये जाने के बाद शांत हुआ। दोपहर बाद तुमसर से मृतक का शव आने के बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान पुनः तनाव पैदा न हो, इसके लिए पुलिस बल तैनात रहा।

दुर्घटना मामले में रिपोर्ट किये जाने में देरी के कारण आक्रोशित लोगों ने जाम लगा दिया था। जिसमें परिजनों की रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है और मामले में कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है। जिस पुलिसकर्मी द्वारा एफआईआर दर्ज करने में देरी की गई है, उसके खिलाफ लाईन अटैच की कार्रवाई संबंधित विभागीय अधिकारी द्वारा की जा रही है। यह हम सभी जनता की नौकरी कर रहे है और उसी की सेलरी ले रहे है तो हम सभी प्रशासनिक अधिकारियों का दायित्व है कि जो जिम्मेदारी दी गई है, हम उसमें लापरवाही न करें।अन्यथा विभागीय दंड निश्चित है। मुआवजे को लेकर परिजनों से चर्चा की जायेगी।

वही पूरे मामले को लेकर एसडीएम संदीपसिंह‌ ने कहा कि मामले की जांच जारी है, एफआरआर दर्ज कराई गई है। मृतक का अंतिम संस्कार हो गया है, जिसकी अस्पताल से रिपोर्ट होने के बाद आगामी कार्रवाई की जायेगी। लाईन अटैच की कार्रवाई में जांच की जा रही है।

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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