Bargi Dam Gate Open: मध्य प्रदेश में लगातार भारी बारिश का कहर जारी है। इसी के चलते आज बरगी बांध के जल स्तर को नियंत्रित करने के लिए चार स्पिलवे गेट खोले गए। इससे 13 गेटों के माध्यम से कुल 1 लाख 12 हजार 160 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। दरअसल मध्यप्रदेश में बारिश अपना रूद्र रूप दिखा रही हैं। जिसके कारण प्रशासन के सामने भी कई समस्याएं खड़ी हो गई है।
दरअसल मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल और इसके आस-पास के क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बांधों के गेट खोलने की नौबत आ गई है। जिसके चलते आज दोपहर 1 बजे से रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना के अंतर्गत बरगी बांध के चार स्पिलवे गेट खोले गए हैं।
बरगी बांध का जलस्तर
जानकारी के अनुसार बरगी बांध के कार्यपालन यंत्री अजय सूरे के मुताबिक, बांध का जलस्तर रविवार 4 अगस्त की सुबह 421.25 मीटर पर पहुंच गया, जो कि ऑपरेशनल मैन्युअल के अनुसार 15 अगस्त तक निर्धारित 421 मीटर से अधिक है। फिलहाल, बांध का 88 प्रतिशत भर चुका है। दरअसल कैचमेंट एरिया में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बांध के बैकवॉटर से मंडला में नर्मदा नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर चला गया है।
दरअसल अजय सूरे ने जानकारी दी कि वर्तमान में बांध में 4 हजार 523 क्यूसेक पानी की आवक है। वहीं बांध के जलस्तर को नियंत्रित रखने के लिए आज दोपहर 1 बजे से जल निकासी की मात्रा बढ़ाई गई। इसके तहत चार अतिरिक्त गेट खोले गए, जिससे कुल 13 गेटों से 3 हजार 176 क्यूमेक (1 लाख 12 हजार 160 क्यूसेक) पानी छोड़ा गया है।
वहीं इन 13 गेटों को औसतन 1.96 मीटर ऊंचाई तक खोला गया है। फिलहाल, बांध के नौ गेट 1.72 मीटर की औसत ऊंचाई तक खुले हुए हैं, जिनसे 76 हजार 986 क्यूसेक (2 हजार 180 क्यूमेक) पानी निकाला जा रहा है।
इस प्रकार, बरगी बांध के गेटों के खुलने से पानी की निकासी के कारण संभावित जलस्तर वृद्धि को ध्यान में रखते हुए सावधानी बरतनी आवश्यक है। इस परिदृश्य में सीहोर कलेक्टर प्रवीण सिंह ने निचले क्षेत्रों के निवासियों से नर्मदा तट से सुरक्षित दूरी बनाए रखने का अनुरोध किया है।