बड़वानी, हेमंत नागझिरिया। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के बड़वानी (Barwani) से एक बड़ी लापरवाही सामने आई है जहां जनता के कोरोना महामारी (Corona epidemic) से लड़ने वाले कोरोना वॉरियर ही लोगों की जान के दुश्मन बन बैठा। प्रदेश के बड़वानी जिले के एक सरकारी डॉक्टर कोरना पॉजिटिव होने के बाद भी चोरी छुपे अपना प्राइवेट क्लीनिक चला रहा था और मरीजों का इलाज कर रहा था, वही सूचना मिलने पर पुलिस ने क्लीनिक पर दबिश दी और डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही कर क्लीनिक को सील कर दिया ।
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छुट्टी लेकर कर रहा था इलाज
मिली जानकारी के अनुसार बड़वानी में कोरोना पॉजिटिव शासकीय डॉक्टर मुकेश चौहान जो कि शासकीय कोविड सेंटर आशा ग्राम पर पदस्थ है, पॉजिटिव आने के बाद छुट्टी लेकर निजी क्लीनिक और हॉस्पिटल पर मरीजों का इलाज कर रहे थे। जिसके बाद एसडीएम सहित पुलिस ने मौके पर पहुंच कर क्लीनिक व हॉस्पिटल को सील किया। वही क्लीनिक में मौजूद दवाइयों को भी कब्जे में लिया गया। बतादें की की जब पुलिस ने डॉक्टर से क्लीनिक व हॉस्पिटल संचालन करने संबंधित दस्तावेज मांगे तो डॉ कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा पाया जिसके बाद डॉ के खिलाफ भी पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
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एसडीएम घनश्याम धनगर ने जानकारी देते हुए बताया कि डॉ मुकेश चौहान 24 अप्रैल से कोरोना पॉजिटिव थे और घर में होम क्वारंटाइन (Home quarantine) होने का हवाला देकर निजी अस्पताल और क्लीनिक संचालित कर रहे थे डॉक्टर के ओम साईं राम और डे केयर सेंटर नामक अस्पताल है जिन पर करीब 8 मरीज हाल में भर्ती थे जिसमें से कुछ कोरोना पॉजिटिव और कुछ कोरना सस्पेक्टेड थे, वही जब हमने डॉक्टर से क्लीनिक के संबंध में दस्तावेज मांगे तो वो नहीं दे सके जिसके बाद यह कार्यवाही की गई है।