बड़वानी।
मध्य प्रदेश में एक के बाद हो रही भाजपा नेताओं की हत्या के बाद सियासत गर्मा गई है। भाजपा चारों तरफ से कमलनाथ सरकार का घेराव कर रही है। सड़कों पर प्रदर्शन किए जा रहे है, पूतले फूंके जा रहे है, इस बीच मंगलवार को भाजपा नेता मनोज ठाकरे को श्रद्धांजलि देने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि समझ नही आता मध्यप्रदेश में सरकार कौन चला रहा है, प्रदेश का असली मुख्यमंत्री कौन है, सवाल मुख्यमंत्री कमलनाथ से पूछा जाता है और जवाब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय देते है।दिग्विजय सिंह ने सरकार पर कब्जा कर लिया है।वही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 5 दिन में हत्यारों का पता नहीं चला तो मंडलों में कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे और फिर 10 दिन बाद वह खुद मैदान में उतरेंगे।
दरअसल, मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराजसिंह चौहान मंगलवार को बलवाड़ी स्थित स्व. ठाकरे के निवास पर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद मीडिया से चर्चा के दौरान शिवराज ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और कहा मॉर्निंग वॉक के लिए घर से निकले भाजपा के बलवाड़ी मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे का शव बीते दिनों सड़क किनारे पाया गया था। उनके सिर में पत्थर से चोट लगने का निशान पाया गया था, जिससे उनकी हत्या किए जाने का संदेह है। ऐसे में कांग्रेस नेता और सरकार के मंत्री अनर्गल बयानबाजी में व्यस्त हैं। वे भाजपा नेताओं की हत्या के लिए पैसों के लेन-देन का विवाद और पार्टी का अंदरूनी मामला जैसे बयान देते हैं। स्व. मनोज ठाकरे की हत्या के मामले में भी पुलिस को अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। हम सवाल सरकार से करते हैं, तो जवाब पूर्व मुख्यमंत्री दे रहे हैं। समझना मुश्किल है कि सरकार चला कौन रहा है।
वही उन्होंने मंदसौर में हुई भाजपा नेता प्रहलाद बंधवार की हत्या का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहती है पैसे के लेन-देन में मंदसौर नगरपालिका अध्यक्ष की हत्या हुई। क्या महज 25 हजार रुपयों के लिए एक नगरपालिका अध्यक्ष की हत्या हो सकती है? पहले जिले के एसपी एक बनी-बनाई कहानी सुनाते हैं और फिर आरोपी से भी वही बयान दिलाया जाता है। यह सोचने की बात है कि अगर आरोपी के पास कुछ भी पैसे नहीं थे, तो वह हत्या के लिए कट्टा और कारतूस कहां से लाया। आपने कहा था वक्त बदलाव का आएगा, ये कैसा बदलाव आया है। आए दिन भाजपा के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है। क्रूर हत्या के इस मामले को हल्के में लेने वाले तुम्हारी इंसानियत मर गई है क्या। ये कैसा लोकतंत्र भाजपा के कार्यकताओं को दबाओगे क्या? हत्यारों को सामने लाओ नहीं तो ऐसा आंदोलन होगा की, जमाना याद रखेगा। मैं फिर कह रहा हूं – मंत्री गैर जिम्मेदार बयान ना दें, प्रदेश को अराजकता में ना फूंकें।