बैतूल, वाजिद खान। जाको राखे साइयां मार सके न….कुछ ऐसा ही कुछ मध्य प्रदेश (MP) के बैतूल (Betul ) में देखने को मिला, जहां ट्रेन (Train) के सामने आकर आत्महत्या (suicide) करने जा रही एक युवती को ऑटो चालक ने अपनी जान पर खेलकर बचा लिया। बता दें कि युवती और मौत के बीच चंद सेकेंड का ही फासला रह गया था लेकिन मसीहा बनकर आए ऑटो चालक ने अपनी सूझबूझ से उसे बचा लिया। वहीं चालक के ऑटो में बैठी एक सवारी ने इस पूरी घटना का वीडियो (Video) भी बना लिया जो अब तेजी से वायरल हो रहा है।
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वीडियो में देखा जा सकता है कि नीली कुर्ती में मुंह पर सफेद स्कार्फ बांधे लड़की बार-बार अपने फोन देख रही है, और ट्रेन आने का इंतजार कर रही है। वहीं ट्रेन आने के कुछ क्षण पहले ही लड़की किसी से फोन पर बात करती है और ट्रेन के सामने आत्महत्या करने के लिए खड़ी हो जाती है। इसी बीच रेलवे फाटक पर अपने ऑटो में बैठा हुआ एक ऑटो चालक को इस बात का एहसास हो जाता है कि लड़की के मन में आखिर चल कर रहा है और वह उसे तुरंत जाकर उसे बचा लेता। भोपाल की ओर आ रही तेज रफ्तार ट्रेन और उसके बीच चंद कदम का फासला था तभी गेट के पास खड़े आटो के चालक ने दौड़कर उसे बचा लिया। युवती को बड़ी मुश्किल से उसने रेलवे ट्रैक से अलग किया। इस घटना को ऑटो में बैठे लोगों ने मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया।
आटो चालक मोहसिन शाह का कहना है कि सोमवार को करीब 11.15 बजे वह सवारियां लेकर पॉलीटेक्निक कॉलेज की ओर जा रहा था। ट्रेन के आने से पहले सोनाघाटी का रेलवे गेट बंद होने से वह आटो लेकर खड़ा हो गया। पास में ही एक युवती मुंह पर स्कार्फ लपेटे हुए रो रही थी। ट्रेन का हार्न सुनाई देते ही उसने मोबाइल पर किसी से बात की और फौरन ही गेट में लगे लोहे के पोल के नीचे से पटरी पर जाकर खड़ी हो गई। सामने से ट्रेन आ रही थी और रेलवे ट्रैक पर युवती को खड़ा देख ऑटोचालक मोहसिन को माजरा समझ आ गया। वह तत्काल ही आटो से उतरा और दौड़कर गेट के नीचे से रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया। उसने युवती का हाथ पकड़कर अलग करने का प्रयास किया लेकिन युवती जोर-जोर से रोने लगी और वहां से अलग नहीं हो रही थी। मोहसिन ने उसे बलपूर्वक पटरी से जैसे ही अलग किया और वैसे ही धड़धड़ाते हुए ट्रेन वहां से गुजर गई। युवती को आटो के पास लाया गया और अन्य लोगों ने उसकी परेशानी पूछी लेकिन वह किसी को कुछ भी नहीं बता रही थी। रेलवे गेट पर तैनात गार्ड ने परिजनों की जानकारी उससे ली और उन्हें मौके पर बुलाकर घटना के बारे में बताया। परिजन उसे अपने साथ लेकर चले गए। मोहसिन ने बताया कि यदि वह संकोच के कारण एक मिनट की भी देरी करता तो अनहोनी हो सकती थी।