बैतूल, वाजिद खान। बैतूल के भीमपुर में अतिक्रमण हटाने को लेकर शनिवार को हुए धरना प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया। प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने दुकानों में तोड़फोड़ की इसके साथ ही हाथ ठेलों में आगजनी भी कर दी। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो उन पर भी पथराव कर दिया। इस दौरान 2 महिला कांस्टेबल सहित कई पुलिसकर्मी को चोट आई। प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए पुलिस ने भी बल प्रयोग के साथ अश्रु गैस के गोले छोड़ दिए। कई घंटे तक चले उग्र प्रदर्शन के बाद पुलिस ने स्थिति को काबू में किया। पुलिस ने 10 प्रदर्शनकारियों को भी हिरासत में लिया है स्थिति अब नियंत्रण में है और भीमपुर के का बाजार भी खुल गया है।
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मौके पर एसपी सिमाला प्रसाद, एएसपी नीरज सोनी और अपर कलेक्टर श्यामेन्द्र जायसवाल भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। बताया जा रहा है कि स्थिति नियंत्रण में कर ली गई है। पथराव में पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। पुलिस ने प्रदर्शन करने वाले आठ से दस जयस कार्यकताओं को हिरासत में ले लिया है। गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया और दुकानें खुलवा दी गई हैं।
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दरअसल शासकीय जमीन पर अतिक्रमण कर दुकानें बना ली गई हैं। इन दुकानों के सामने पिछले दिनों एक सब्जी बेचने आई महिला के साथ मारपीट कर दी गई थी। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था लेकिन जयस एवं अन्य आदिवासी संगठनों ने इस घटना को लेकर आक्रोश जताते हुए प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर तीन मार्च तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने की मांग की थी। प्रशासन द्वारा कार्रवाई न करने पर पांच मार्च को धरना प्रदर्शन करने की सूचना दी गई थी।
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इस प्रदर्शन में छिंदवाड़ा और आसपास के जिलों से भी जयस एवं अन्य संगठनों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में भीमपुर में एकत्र हुए। शाम करीब सात बजे तक भाषणबाजी का दौर चलता रहा इसके बाद अचानक पथराव शुरू हो गया। देखते ही देखते हाथ ठेलों में आग लगा दी गई और पुलिस के वाहनों के साथ दुकानों में तोड़फोड़ कर दी गई।