बैतूल, वाजिद खान। कोरोना के खिलाफ जंग में अब महिलाएं सामने आ गई हैं। बैतूल के एक गांव में ग्रामीणों ने पूरे गांव को लॉक कर दिया है। खास बात यह है कि इसका फैसला गांव की महिलाओं ने लिया और जनता कर्फ्यू लगा दिया। इतना ही नहीं, अब वो दिनभर खुद लाठियां लेकर गांव की सीमा पर निगरानी कर रही हैं ताकि कोई बाहरी व्यक्ति गांव में प्रवेश न कर पाए।
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जिला मुख्यालय से लगा गांव चिखलार यूं तो कच्ची शराब की बिक्री के लिए बदनाम रहा है।लेकिन इस बार गांव की महिलाओं ने इसे लॉक कर सुर्खियों में ला दिया है। महिलाओं ने गांव में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसी के साथ वह गांव के करीब से गुजरने वाले स्टेट हाईवे पर भी आने जाने वालों की निगरानी कर रही हैं। महिलाओं ने यहां लाठी लेकर मोर्चा संभालते हुए गांव की सभी सीमाएं बांस के बैरिकेट लगाकर सील कर दी है। गांव में किसी भी बाहरी व्यक्ति या मेहमान का प्रवेश वर्जित कर दिया गया है।
महिलाएं यहां पूरे दिन चौकीदारी करती हैं ताकि कोई गांव में प्रवेश ना कर सके। इसके साथ ही वह आने जाने वालों को भी रोकती टोकती भी हैं। यहां तक कि वे फालतू घूमने वालों पर लाठियां बरसाने से भी नही चूकती। महिलाओं के मुताबिक अपने गांव को संक्रमण से बचाने के लिए उन्हें यह कड़ा फैसला लेना पड़ा है। अच्छी बात यह है कि इस गांव में अब तक एक भी व्यक्ति संक्रमित नहीं है। और इसी को ध्यान में रखते हुए गांव की महिलाओं ने ये फैसला लिया है ताकि गांव में कोरोना का संक्रमण न फैले और उनका परिवार इस महामारी से बचा रहे।