Betul News : 3 बेटियों की माँ ने एक साथ और 3 बेटियों को दिया जन्म

Amit Sengar
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बैतूल,वाजिद खान। बैतूल के भैंसदेही तहसील के ग्राम माजरवानी की महिला ने आज (9 दिसंबर) 3 बेटियों को जन्म दिया है। बता दें कि जिले में जननी एक्सप्रेस की हड़ताल चल रही है। जिसके कारण गर्भवती महिलाओं को 108 एम्बुलेंस के द्वारा जिला अस्पताल पहुँचाया जा रहा हैं।

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बात दें कि आज अलसुबह 108 एम्बुलेंस माजरवानी गांव की निवासी रुकमणी भुसुमकर नाम की गर्भवती महिला को जिला अस्पताल ला रही थी तभी रास्ते में महिला को प्रसव पीड़ा ज्यादा होने लगी। तब 108 एंबुलेंस के पैरामेडिकल स्टाफ की मदद से रास्ते में 2 बेटियों को प्रसव कराया गया। इसके बाद रुकमणी भुसुमकर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पर एक और बच्ची ने जन्म लिया। स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रसूता और उसकी तीनों नवजात शिशु पूरी तरह स्वस्थ हैं। दरअसल, रुकमणी की मां का कहना है कि उसकी बेटी को पहले से ही 3 बेटियां थी अब तीन और पैदा हो जाने से 6 बेटियां हो गई है।

108 सेवा के स्टाफ का कहना है

108 सेवा के योगेश पवार का कहना है कि ग्राम माजरवानी में महिला को प्रसव पीड़ा होने पर उन्होंने जननी एक्सप्रेस को कॉल किया। जननी एक्सप्रेस की हड़ताल होने से दोबारा 108 पर कॉल किया। इस पर माजरवानी निवासी रुकमणी पत्नी सीताराम को 108 एंबुलेंस से भैंसदेही के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया था। यहां जांच में पता लगा कि महिला के पेट में जुड़वा बच्चे हैं। इस पर भैंसदेही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से महिला को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। इस बीच रास्ते में झल्लार के पास महिला ने एक बच्ची को एंबुलेंस में जन्म दिया। और दूसरी बच्ची को ताप्ती घाट पर जन्म दिया। इसके बाद जब महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। और जांच की गई तो पता चला कि अभी गर्भ में एक बच्चा है। कुछ ही देर बाद महिला ने एक और बेटी को जन्म दिया। इस तरह कुछ ही समय के अंतराल में इस परिवार में 3-3 नन्हीं परियों का आगमन हुआ।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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