भिण्ड ।गणेश भारद्वाज।
प्रदेश भिंड जिले में दिल दहला देने वाला हादसा घटित हुआ है। सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में स्थित गौरी सरोवर में लग्जरी कार डूबने से उसमें सवार तीन युवकों की मौत हो गई, जबकि कुछ और युवकों के डूबने की भी आशंका जताई जा रही है। मौके पर मौजूद गोताखोरों द्वारा युवकों को खोजने का प्रयास किया गया लेकिन 2 घंटे बाद मौके पर पहुंची क्रेन की मदद से कार को बाहर निकाला जा सका।
जिसमें तीन शव बरामद हुए हैं जबकि और भी युवकों के गौरी सरोवर में होने की संभावना जताई जा रही है।
जिनको रेस्क्यू टीम द्वारा खोजा जा रहा है। अंधेरा होने से रेस्क्यू में परेशानी आ रही है। सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर छोटे सिंह- एएसपी संजीव कंचन मौके पर पहुंच गए। तीनों मृतकों के परिजन मौके पर पहुंच गए हैं। आधी रात के बाद गठित हुए इस हादसे में बचाव व राहत के लिएपुलिस और प्रशासन ने तत्परता दिखाई लेकिन रात का समय होने के कारण एक भी युवक को बचाया नहीं जा सका।
दरअसल भिंड शहर के बीचों-बीच प्राचीन गौरी सरोवर स्थित है।
इसी सरोवर के पास में 11 वीं शताब्दी का वन खंडेश्वर मंदिर स्थित है जो पृथ्वीराज चौहान द्वारा बनवाया गया था। महाशिवरात्रि के दिन इस मंदिर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं। वहीं हजारों की संख्या में कांवड़िए गंगाजल से भरी कांवड़ भी भगवान शिव पर चढ़ाते हैं। शिवरात्रि की पहले रात से ही यहां पर भक्तों का तांता लगना शुरू हो जाता है।
इसी दौरान गुरुवार शुक्रवार दरम्यानी रात 2 बजकर 40 मिनिट पर एक दर्दनाक हादसा घटित हो गया। एक लक्जरी एंडेवर कार जिसमें आधा दर्जन लोगों के सवार होने की आशंका प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा जताई जा रही थी। कार अचानक से तेज रफ्तार में गौरी सरोवर में जा समाई। कार के साथ उसमें बैठे सभी लोग गौरी सरोवर में डूब गए। इसकी सूचना तत्काल पुलिस प्रशासन को दी गयी। जिसके बाद एसडीआरएस व पुलिस प्रशासन के गोताखोरों की मदद से डूबने वालों को निकालने का प्रयास किया गया। लगभग 2 घंटे बाद पहुंची क्रेन से कार को बाहर निकाला गया। जिसमें 3 लोग मृत अवस्था में कार के अंदर मिले, जबकि कार के गेट खुले हुए थे।
सभी मृतक एक ही गांव भरौली खुर्द के बताए जा रहे हैं। जो जानकारी मिली है उसके अनुसार कार सवार दो युवक ब्रजमोहन व चंद्रभान उत्तर प्रदेश के सिंगीराम पुर कांवड़ लेकर आये थे। एक लल्ला नामक युवक आराम करने के लिए कार में बैठ गया था। कार मुख्य ड्राइवर चाबी किसी और के हाथ में सौंप कर कांवड़ चढ़ाने के लिए चला गया था और किसी अन्य व्यक्ति द्वारा कार को चलाने की कोशिश की गई जो कि अचानक से गौरी सरोवर में जा समाई। और शिवरात्रि के पावन अवसर पर एक बड़ा ह्रदय विदारक हादसा हो गया।