Bhind News: निजी स्कूलों की मनमानी पर प्रशासन सख्त, जिले में किताबों और यूनिफॉर्म के लिए लगेगा मेला

निजी स्कूलों की मनमानी और ज्यादा कमाई को लेकर यूनिफॉर्म और किताबों पर कमीशनखोरी पर रोक लगाने के लिए मध्य प्रदेश शासन और प्रशासन दोनों सख्त है।

Shashank Baranwal
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Bhind News: मध्य प्रदेश में निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए प्रशासन सख्त हो गया है। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इसी बीच प्रदेश के भिंड जिले में भी निजी स्कूलों की मनमानी रवैया को नियंत्रित करने और अभिभावकों को राहत दिलाने के लिए किताबों और यूनिफॉर्म के लिए मेले का आयोजन किया जाने वाला है।

मई के मध्य में आयोजित होगा मेला

भिंड जिले में किताबों और यूनिफॉर्म के लिए प्रशासन द्वारा मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसे मई महीने के मध्य में 15 से 17 मई तक आयोजित किया जाएगा। दरअसल, भिंड जिले के कलेक्टर द्वारा किताब विक्रेताओं की बैठक में दुकानदारों से समस्याओं को लेकर सुझाव मांगा गया था, जिसमें किताब और यूनिफॉर्म मेला लगाने का फैसला लिया गया था। वहीं इस महीने के मध्य में मेले का आयोजन होने वाला है। इस मेले में 30 किताबों की दुकानों और 15 यूनिफॉर्म की दुकानों को लगाने की अनुमति मिली है।

प्रशासन ने बीते दिनों कई दुकानों को किया था सील

गौरतलब है कि नए शैक्षणिक सत्र 2024-25 की शुरूआत हो चुकी है। वहीं निजी स्कूलों की मनमानी और ज्यादा कमाई को लेकर यूनिफॉर्म और किताबों पर कमीशनखोरी पर रोक लगाने के लिए मध्य प्रदेश शासन और प्रशासन दोनों सख्त है। इसके लिए प्रशासन ने धोखाधड़ी करने वाले दुकानों पर बीते दिनों कानूनी कार्रवाई किया था, जिसमें कई दुकानों को सील किया गया था।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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