भिंड| शहर के वीरेंद्र नगर में रहने वाली रीना शुक्ला और उनकी बेटी समेत पांच लोगों की हत्या करने के आरोपी नीतेश उर्फ अंकुर दीक्षित को कोर्ट ने इस जघन्य हत्याकांड के लिए दोषी मानते हुए फांसी की सजा सुनाई है| सजा सुनते ही आरोपी कोर्ट में फफक फफक के रोने लगा। द्वतीय अपर सत्र न्यायाधीश एम एल राठौर की कोर्ट ने मंगलवार को फैसला सुनाया|
भिंड के वीरेंद्र नगर में 13-14 मई 2016 की रात्रि में सनसनीखेज हत्याकांड सामने आया था| पुलिस ने इस मामले में गोविंद नगर निवासी अंकुर उर्फ नीतेश दीक्षित को गिरफ्तार किया था। अंकुर ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म कुबूल किया था| आरोपी ने विधवा महिला रीना शुक्ला, उसकी पुत्री छवि, जेठ की बेटी महिमा, भाई की लड़की अंबिका और भाई के बेटे गोलू शर्मा की धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी थी। पुलिस के मुताबिक रीना शुक्ला और अंकुर के बीच शारीरिक संबंध थे। अंकुर रीना शुक्ला के घर पर रह रहे किराएदार के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने आता था। महिला की बेटी छवि को इनके बीच संबंधों का पता चला गया था। इन संबंधों को छिपाने के लिए महिला और आरोपी शिक्षक ने छवि व घर में मौजूद अन्य लोगों को खाने में नींद की गोली मिलाकर सुला दिया और सोने के बाद उनकी हत्या कर दी। बाद में मामला खुल जाने के डर से अंकुर दीक्षित ने महिला रीना शुक्ला को भी मार डाला और घटना को लूट का रूप देने का प्रयास किया।
ह्त्या के बाद घर में लगा दिया था ताला
गला काटकर एक के बाद एक पांच लोगों को मौत की नींद सुलाने वाले आरोपी ने हत्या करने के बाद हत्यारा घर को बाहर से ताला भी लगा गया था। जिससे किसी को हत्या के बारे में पता न चले। एक साथ एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या हो जाने से पूरे मोहल्ले में सनसनी फैली हुई थी। पुलिस ने घटना को लेकर सजगता दिखाते हुए मात्र 24 घंटों के अंदर ही हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। घटना को देखकर ऐसा लग रहा था कि पांच लोगों को मौत के घाट उतारने मे कई लोगों का हाथ होगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ था। शुक्ला परिवार के पांचों लोगों की हत्या एक ही व्यक्ति ने की थी। हत्या करने वाला कोई और नहीं बल्कि रामबाबू के घर बच्चों को घर पर ही ट्यूशन पढ़ाने वाला नीतेश उर्फ अंकुर दीक्षित निकला।