भिंड – गणेश भारद्वाज
कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी कि कोई ऐसा भी परिवार हो सकता है जिस परिवार में माता पिता सहित कुल 6 सदस्य हों और सभी के सभी इस दुनिया को अपनी आंखों से देखने में असमर्थ हों, ऐसा ही एक परिवार भिंड जिले के बबेडी पंचायत के मुकुटपुरा मजरे में निवास करता है यह परिवार अति गरीब श्रेणी में है सामाजिक जनों की या यूं कहें प्रबुद्ध जनों की जब इस परिवार पर नजर पड़ी तो परिवार आया समाज के सामने। और फिर न केवल सामाजिक तौर पर बल्कि अधिकारियों के स्तर पर भी इस परिवार की ऐसी मदद हुई यह परिवार सम्पूर्ण समाज के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार है
बीते रोज भिंड के बिहारी महाविद्यालय परिसर में इस नेत्र दिव्यांग परिवार की सबसे बड़ी बिटिया चांदनी का विवाह ऐसे शाही अंदाज में संपन्न हुआ कि देखने वाले देखते ही रह गए जिले की ऐसी कौन सी हस्ती थी जो इस शादी में सरीक ना हुई हो चाहे सांसद हो जाए विधायक हो चाहे जिले के बड़े-बड़े अधिकारी हो यहां तक कि जिले के प्रमुख न्यायाधीश तक नेत्र दिव्यांग चांदनी को आशीर्वाद देने के लिए बिहारी महाविद्यालय परिसर पहुंचे बीती रात इस महाविद्यालय परिसर की ऐसी अनुपम छटा थी की जो पहुंचता था उसके मुख से केवल और केवल आह निकलती थी और सब कह रहे थे वह राजेश शर्मा जी वाह भिंड के समाजसेवी
चांदनी का विवाह मेहगांव क्षेत्र के अजनोधा गांव के धर्मेंद्र धाकरे के साथ संपन्न हुआ। धर्मेंद्र दिव्यांग नहीं है, चुस्त-दुरुस्त है, पढ़े लिखे हैं और एक संपन्न भी है। धर्मेंद्र ने राजेश शर्मा जी और चांदनी के माता पिता को यह आश्वासन दिया कि वह जीवन भर चांदनी को पलकों की छांव में रखेंगे, तो फिर सरस्वती- रामशरन चौहान की बड़ी बिटिया चांदनी की शादी की जिम्मेदारी लेने वाले समाजसेवी और बिहारी महाविद्यालय के चेयरमैन राजेश शर्मा ने भी बिटिया चांदनी की शादी ऐसी की कि देखने वाले देखते ही रह गए।
शादी में शहर के करीब दो हजार से अधिक गणमान्य जनों ने शिरकत की और चांदनी को आशीर्वाद दिया । शादी में शामिल होने वालों में जिले के मुख्य न्यायाधीश योगेश कुमार गुप्ता, सांसद डॉ भागीरथ प्रसाद, विधायक संजीव सिंह कुशवाह, मेहगांव विधायक ओपी एस भदौरिया, अटेर विधायक अरविंद भदौरिया जिले के पुलिस कप्तान रुडोल्फ अल्वारेस, एएसपी जबलपुर अमृत मीना, समाजसेवी अखिलेश पुरोहित, अवधेश सिंह, आलोक शर्मा, पुनीत शर्मा व पवन भदौरिया बिटिया चांदनी को आशीर्वाद देने बिहारी बाल मंदिर परिसर पहुंचे तो वहीं शहर में समाज सेवा के क्षेत्र में काम करने वाले नवजीवन सहायतार्थ संगठन के अलावा करीब 30 से अधिक समाज सेवी संगठन अपने पूरे संगठन परिवार के साथ इस भव्य शादी में शामिल हुए। बाराती परिवार की ओर से बाराती बनकर भिंड दतिया संसदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद व मुरैना के मेयर अशोक अर्गल, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के चेयरमैन केपी सिंह भदौरिया सहित कई गणमान्य जन बारात में पहुंचे।
जब भतैया बना नवजीवन परिवार
जिले में रक्तदान सहित अनेक जन कल्याणकारी कार्यों में बढ़ चढ़कर भागीदारी करने वाले नवजीवन सहायतार्थ संगठन की मुखिया नितेश जैन और उनके पति अमित जैन सहित पूरे नवजीवन परिवार ने शादी से 1 दिन पूर्व मुकुट पुरा गांव पहुंचकर विधि विधान से मामा की ओर से जोड़ने उपहार दिए जाते हैं जिसे स्थानीय भाषा में भात कहा जाता है वह करने का काम किया यह नवजीवन परिवार इस परिवार के संभल के रूप में पिछले कई वर्षों से एक स्तंभ के रूप में खड़ा हुआ है और अनेक समाजसेवी ओं को इस परिवार की सहायता करने के लिए प्रेरित करता आ रहा है। वैसे तो इस परिवार में सैकड़ों की संख्या में सदस्य लेकिन इस परिवार के सबसे बड़े भाई की जिम्मेदारी जबलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत मीना ही निभाते हैं इसी तारतम्य में जब विवाह में दरवाजे की बात आई तो दरवाजे पर बड़े भाई की जिम्मेदारी निभाते हुए यानी चांदनी के मामा की जिम्मेदारी निभाते हुए स्वयं एएसपी मीना ने ही बैठकर द्वार का कार्यक्रम विधि विधान से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच संपन्न करवाया।
मीना ने बनवाया मकान, इलैया ने दिए पचास हजार…
मुकुट पुरा गांव में रहने वाले इस दिव्यांग परिवार के बीच में जब कुछ समाजसेवी पहुंचे तो यह परिवार कच्ची झोपड़ी में निवास करता था जब यह बात तत्कालीन कलेक्टर इलैया राजा टी और तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत मीणा को पता चली तो वे इन सब के बीच पहुंचे और जहां अमृत मीणा ने जन सहयोग से सबको प्रेरित करके इनका पक्का मकान बनवाने में बड़ी भूमिका का निर्वहन किया तो वही इलैया राजा टी ने शासन की ओर से इस परिवार को 50 हजार की सहायता उपलब्ध कराई।