कभी न मनाई होगी ऐसी दिवाली, जब इस मौके पर भीख मांगने वालों ने फाइव स्टार होटल में किया लंच

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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। भोपाल के विभिन्न मंदिरों की दहलीज पर सालों से भीख मांगकर अपना पेट पालने वाली बुजुर्ग माताओं और बहनों के लिए 6 नवंबर का दिन यादगार बन गया। मंदिर आने वाले लोगों द्वारा दी गई भीख से अपना और अपने परिवार का पेट पालने वाली इन लगभग 2 दर्जन माता-बहनों ने आज फाइव स्टार होटल, जहांनुमा में दोपहर का भोजन किया। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव मनोज शुक्ला ने इन माता-बहनों को होटल लेकर पहुंचे और उनके साथ यह अनूठा ‘‘दीवाली मिलन’’ किया।

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मनोज शुक्ला ने इन माता-बहनों के साथ भोजन किया और उनके दुख-दर्दों पर चर्चा की। इन महिलाओं ने शुक्ला को बताया कि वे सालों से नेरला विधानसभा क्षेत्र में ही रह रही हैं। उनके बच्चे हैं और वे भी भीख मांगकर ही अपना पेट पालते हैं। उन्हें मजदूरी तक नहीं मिल रही है। दिनों दिन बढ़ती महंगाई के कारण उनके बच्चों के पास भी भीख मांगकर पेट पालने का अलावा कोई विकल्प नहीं है। इन महिलाओं ने बताया कि उन्हें सरकार की किसी योजना का लाभ नहीं मिलता। न राशन मिलता है, न संबल जैसी योजनाओं का लाभ।

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मनोज शुक्ला ने कहा कि नरेला विधानसभा क्षेत्र में सालों से यह बुजुर्ग माताएं-बहनें भीख मांग रहीं हैं। क्षेत्रीय विधायक इनके सामने से कई बार गुजरे लेकिन इनका दर्द नहीं समझा। 15 सालों से जिस जनता ने उन्हें चुना, वे भिक्षावृत्ति से उबर नहीं पाई। शुक्ला ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें इन माताओं के साथ भोजन करने का अवसर मिला। यह मेरी यादगार दीवाली हो गई, स्थानीय विधायक और प्रदेश सरकार के मंत्री हर साल रक्षाबंधन पर बहनों से राखी बंधवाने का ढोंग करते रहे हैं। यदि वे वास्तव में अपने भाई होने का फर्ज निभा रहे होते तो महिलाओं की इतनी दयनीय स्थिति नहीं होती। अब तो कोरोना के नाम पर मंत्री जी ऑनलाइन राखी बंधवा कर बहनों का भावनात्मक शोषण कर रहे हैं।


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Harpreet Kaur

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