भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है, जीतू पटवारी ने सीएम शिवराज को यह पत्र किसानों को हो रही खाद की समस्या के लिए लिखा है।
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विधायक जीतू पटवारी ने अपने पत्र में लिखा है कि प्रदेश में खाद की उपलब्धता इस वर्ष भी कम है। इसीलिए, डीएपी और यूरिया की किल्लत बढ़ती जा रही है। खाद की एक-एक बोरी के लिए किसान दिनभर लाइन में लगे हुए हैं। बड़ी परेशानी यह है कि रबी की बोवनी सिर पर है, सरकारी लापरवाही से अन्नदाता खाद के लिए परेशान हो रहा है। यदि जमीनी हकीकत की बात करें तो सोसायटियों पर किसानों को एक एकड़ पर एक बोरी यूरिया और तीन एकड़ पर दो बोरी डीएपी ही दिया जा रहा है। खुले बाजार और सोसायटी के खाद के दाम में भी भारी अंतर है। हो सकता है आपका तंत्र आप ही से सच छुपा रहा हो, लेकिन सच्चाई यह है कि सोसायटी पर 267 रुपए में मिलने वाले यूरिया की 50 किलो की बोरी बाजार में 320 तक बिक रही है, वहीं सोसायटी में डीएपी की बोरी 1350 रुपए और बाजार में 1400 रुपए की मिल रही है। सीधा सा गणित है मजबूर किसान को कम से कम 50 रुपए की चपत लग रही है।
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आपकी सरकार को तत्काल इस बात की चिंता करनी चाहिए कि खाद की आपूर्ति शीघ्र ही बहाल नहीं हुई तो बोवनी में देरी से पैदावार में भी भारी कमी हो जाएगी। बड़े और संपन्न किसान भाजपा सरकार के कुप्रबंधन से परिचित हैं, इसलिए पहले से ही भंडारण कर लेते हैं, लेकिन खाद की किल्लत की ज्यादा मार गरीब और छोटे किसानों को झेलनी पड़ रही है। यदि आप स्मृति-दोष के शिकार नहीं हैं तो आपको याद होना चाहिए कि प्रदेश में खाद की समस्या नई नहीं है। लापरवाही और अराजकता का यह दौर रबी और खरीफ के दोनों सीजन में हर साल रहता है। किसानों की आय दोगुना करने का सार्वजनिक झूठ बार-बार बोलने वाली आपकी सरकार को सबसे पहले खाद का इंतजाम करना चाहिए। उम्मीद है आप इस स्थायी समस्या का, स्थायी समाधान जल्दी ही खोजेंगे और मध्यप्रदेश के किसान भाइयों को स्थायी राहत देंगे।