Bhopal News: छात्र नेता रवि परमार गिरफ्तार, NSUI ने निकाला कैंडल मार्च, रखी ये मांग

Manisha Kumari Pandey
Published on -

Bhopal News: मेडिकल यूनिवर्सिटी में शिक्षा के खराब व्यवस्था के खिलाफ मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में छात्रों के बीच आक्रोश देखा जा रहा है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के निवास स्थान का घेराव करके एनएसयूआई के छात्रों ने जमकर हंगामा किया और मंत्री के खिलाफ लगाए। इस दौरान पुलिस ने छात्र नेता रवि परमार को गिरफ्तार करके सेंट्रल जेल भेज दिया है। जिसे लेकर NSUI कार्यकर्ताओं और रोष छात्रों ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के सामने कैंडल मार्च निकाला।

रखी गई छात्र नेता के रिहाई की मांग

इस अवसर पर एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश समन्वयक अक्षत तोमर ने कहा कि यदि जल्द से जल्द रवि परमार की रिहाई नहीं होती है तो एनएसयूआई उग्र प्रदर्शन करेगी। वहीं लकी चौबे के मुताबिक छात्रों की आवाज उठा रहे एनएसआई मेडिकल विंग के पूर्व प्रदेश समन्वयक पुलिस द्वारा गिरफ्तार करना बहुत ही निंदनीय कदम है। मेडिकल यूनिवर्सिटी द्वारा 3 साल से परीक्षा नहीं कराई जा रही हैं और इसको लेकर अगर छात्र द्वारा आवाज उठाई जा रही है तो उनको जेल में डाला जा रहा है सरकार की यह तानाशाही स्वीकार नहीं की जाएगी। जल्द से जल्द रवि परमार को रिहा करना होगा। वहीं एमपी कॉंग्रेस ने द्वारा ट्वीट के माध्यम से इस छात्र नेता की गिरफ़्तारी को शर्मनाक बताया गया है।

कैन्डल मार्च में ये कार्यकर्ता हुए शामिल

रिपोर्ट के मुताबिक रवि परमार के अलावा पुलिस शिवा डाँगी और नितेश सेन को गिरफ्तार कर टीटी नगर ले गई है। जिसके खिलाफ आवाज उठाते हुए कैन्डल मार्च एनएसयूआई के कार्यकर्ता शामिल हुए हैं। इस अवसर पर राजवीर सिंह, अरुण सिंह, ईश्वर चौहान, रवि पटेल, जीतू विश्वकर्मा, वंस कनोजिया, जीशान खान और अन्य सदस्य भी मौजूद थे।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News