Sat, Dec 27, 2025

भोपाल : पुर्तगाल से भोपाल घूमने आए विदेशी नागरिक के साथ लूट, लुटेरों ने पत्थर मारकर घायल भी किया

Written by:Harpreet Kaur
Published:
भोपाल : पुर्तगाल से भोपाल घूमने आए विदेशी नागरिक के साथ लूट, लुटेरों ने पत्थर मारकर घायल भी किया

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। भोपाल में एक विदेशी नागरिक के साथ लूट का मामला सामने आया है, आरोपियों ने न सिर्फ विदेशी नागरिक को लूटा बल्कि उसे घायल भी कर दिया। बताया जा रहा है कि भोपाल के भारत टॉकीज चौराहे के पास दो लुटेरों ने पुर्तगाल के टूरिस्ट पर पत्थर से हमला कर उसे लूट लिया। लुटेरे उसका चश्मा, नकदी लूटकर फरार हो गए। लहूलुहान हालत में उसे हमीदिया अस्पताल में एडमिट कराया गया है। घटना के बारे में बताया जा रहा है कि टूरिस्ट सेंट्रेल लाइब्रेरी की तरफ से भारत टॉकीज चौराहे के पास पहुंचा। उसे वहाँ से रेलवे स्टेशन जाना था। फिलहाल लुटेरे अभी पुलिस गिरफ्त से दूर है। विदेशी नागरिक नुनो 23 अक्टूबर को ही भोपाल पहुंचे थे। वह पुराना शहर, बोट क्लब, छोटा तालाब घूमने के बाद रेलवे स्टेशन जा रहे थे।

 

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घटना की खबर सामने आते ही हड़कंप मच गया, पुलिस के मुताबिक, पुर्तगाल के मफरा शहर के रहने वाले 41 साल के नुनो रॉड्रिक्स  मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थल घूमने आए हैं। 23 अक्टूबर की दोपहर 3 बजे वह पुराने शहर के सेंट्रल लाइब्रेरी की तरफ से घूमते हुए भोपाल रेलवे स्टेशन जा रहे थे। वे भारत टॉकीज चौराहे के पास पहुंचे ही थे कि पीछे से सफेद कपड़ा पहने दो लुटेरों ने रोक लिया। एक लुटेरा रॉड्रिक्स का हाथ पकड़कर मारपीट करने लगा। दूसरा धूप का चश्मा छीनकर उनकी जेब की तलाशी लेने लगा। इसका नुनो ने विरोध किया और एक लुटेरे को धक्का देकर गिरा दिया। यह देख दूसरे लुटेरे ने नुनो पर पास में पड़े पत्थर से हमला कर दिया। पत्थर नुनो के सिर के राइट तरफ लगा। खून बहने लगा। नुनो को लोग हमीदिया अस्पताल लेकर पहुंचे। उनके सिर पर 6 टांके लगे हैं। हमीदिया अस्पताल के डॉक्टर ने मंगलवारा पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने नुनो की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ लूट का मामला दर्ज किया है।

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हैरानी की बात है कि जिस जगह नुनो के साथ यह लूट हुई, उससे चंद कदमों की दूरी पर ही ट्रैफिक पुलिस का बूथ है। घटना के समय भी बूथ पर एक-दो पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। उनकी नजर लुटेरों पर नहीं पड़ी। जब लुटेरे भाग गए तो नुनो ने राहगीरों से मदद मांगी। लेकिन, हिंदी नहीं बोल पाने की वजह से लोग नुनो की पीड़ा नहीं समझ सके। खून बहता देख लोग उन्हें हमीदिया अस्पताल ले गए।