भोपाल : एक थी रानी, आत्महत्या का दोषी कौन, आईएएस ने क्यो किया तबादला !

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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मंत्रालय की लेडी ऑफिसर रानी शर्मा के सुसाइड मामलें में लगातार रोज नये खुलासे हो रहे है, परिजनों की माने तो रानी इंदौर से भोपाल ट्रांसफर होने के बाद से डिप्रेस्ड थीं। गौरतलब है कि 1 अगस्त को उन्होंने भोपाल के अपने अपार्टमेंट की 5वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। मूलत: ग्वालियर की रहने वाली रानी भोपाल में MPIDC (मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) में मैनेजर थीं।

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बताया जा रहा है कि वल्लभ भवन उद्योग विभाग में प्रबंधक 27 वर्षीया रानी शर्मा को मामूली सी बात पर इंदौर कार्यालय से सीधे प्रमुख सचिव एवं प्रबंध निदेशक कार्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया था, भोपाल में प्रबंधक पद नहीं होने के बावजूद रानी शर्मा मंत्रालय से जुड़ी रहीं। रानी शर्मा के पिता एएसआई वेदराज शर्मा ने आईएएस अधिकारी जॉन किंग्सले और प्रमुख सचिव के निजी सचिव बीके बरोनिया पर आरोप लगाए है, रानी के पिता ने उनकी बेटी के साथ मोबाइल पर बातचीत और कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। परिजनों ने इस मामलें में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए है उनका कहना है कि पुलिस उनकी नामौजूदगी में न सिर्फ पोस्टमार्टम कर दिया बल्कि मार्ग भी कायम कर लिया।

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रानी के पिता के अनुसार रानी का वर्ष 2018 में प्रबंधक के पद पर चयन हुआ था, जिसके बाद रानी को इंदौर में पहली पोस्टिंग मिली, पिता के अनुसार सबकुछ ठीक चल रहा था। एक साल पहले भोपाल हेडक्वार्टर में उसकी कंपनी के MD (मैनेजिंग डायरेक्टर) ने भोपाल में मीटिंग बुलाई थी। उनके यहां से सीधा रानी के नाम से ही मीटिंग में आने का लेटर आया था। रानी ने भी बैठक में जाने के लिए पूरी तैयारी कर ली थी। लेकिन, इंदौर ऑफिस के बॉस ने रानी से यह कहा कि मीटिंग में वे जाएंगे। जिस प्रोजेक्ट पर वो काम कर रही थी, उसका डेटा देने का कहा। रानी ने उसे जाने देने के लिए कहा, लेकिन वे नहीं माने। भोपाल मीटिंग में MD सर ने सबसे पहले पूछा- इंदौर से कौन आया है, जब उन्हें पता लगा कि बुलाने के बाद भी रानी नहीं आई तो वे नाराज हो गए। इसके बाद 7 दिन में ही रानी का इंदौर से भोपाल ट्रांसफर हो गया। 15 दिन में दूसरा आदेश तत्काल रिलीफ करने के लिए भेज दिया गया। अचानक बिना गलती के हुए इस ट्रांसफर से रानी डिप्रेशन में चली गई, ट्रांसफर के बाद से ही रानी परेशान रहने लगी। दफ्तर बदलने, काम का बोझ डालने और छोटी-छोटी गलतियों पर प्रताड़ित करना उसकी मौत की वजह बनी।

रानी शर्मा के पिता एएसआई वेदराज शर्मा ने आईएएस अधिकारी जॉन किंग्सले और उनके निजी सचिव बीके बरोनिया पर उनकी बेटी के साथ मोबाइल पर बातचीत और कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। ग्वालियर पुलिस में तैनात वेदराज शर्मा ने बताया कि सोमवार आते ही उनकी बेटी कांप जाती थी, मंत्रालय जाने का नाम ही उन्हें परेशान करता था। बात करने के बावजूद अधिकारियों ने रानी की एक नहीं सुनी। फिलहाल रानी का परिवार सदमें में है अब इस मामलें में वह रानी की मौत का इंसाफ चाहता है।


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Harpreet Kaur

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