Parenting Tips: बच्चों की परवरिश करना माता पिता सबसे बड़ा काम होता है. हर माता पिता की यही ख़्वाहिश होती है कि उनका बच्चा अच्छे से पढ़ाई लिखाई, लोगों का मान सम्मान करें ,और जीवन में ख़ूब आगे बढ़ें.
लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में माता और पिता दोनों ही घर की ज़िम्मेदारियों के अलावा बाहर का काम भी करते हैं. जिसके चलते वे बच्चों को पर्याप्त समय नहीं दे पाते हैं. ऐसे में माता पिता को ये चिंता सताती रहती है, कि वे अपने बच्चों को संस्कार कैसे सिखाएंगे.
दूसरों की मदद करना सिखाए
अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे संस्कार सीखें, तो इसके लिए आपको उनके अंदर सेवा की भावना को जाग्रत करना होगा. सेवा करने से उसमें दया की भावना पैदा होगी और वे लोगों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे.
आभार व्यक्त करना सिखाए
बच्चों को संस्कारी बनाने का सबसे आसान और दूसरा तरीक़ा यह है कि आप अपने बच्चों को हर चीज़ के लिए आभार व्यक्त करना सिखाएं. उन्हें जीवन में जो कुछ भी मिला है उसके लिए उन्हें भगवान को और अपने बड़ों का थैंक्यू करना सिखाएं.
ध्यान और प्रार्थना करना सिखाए
आजकल मात पिता अपने कामों में इतने ज़्यादा व्यस्त रहने लगे हैं कि वे अपने बच्चों पर ज़्यादा ध्यान नहीं दे पाते हैं. यही वजह है कि बच्चे ईश्वर से जुड़ नहीं पाते हैं. अगर आप अपने बच्चों को संस्कारी बनाना चाहते हैं तो ध्यान और साधना करना ज़रूर सिखाए, और उन्हें बताएँ कि दिन में कम से कम 10 मिनट भगवान का नाम ज़रूर लेना चाहिए.
बच्चों को प्रकृति का महत्व समझाए
आजकल के बच्चे घर में रहना ज़्यादा पसंद करते हैं उन्हें बाहर खेलना कूदना भी अच्छा नहीं लगता है , उन्हें सिर्फ़ मोबाइल , लैपटॉप और कम्प्यूटर चलाना आजकल अच्छा लगने लगा है. ऐसे में बच्चे दिन पर दिन प्रकृति से दूर होते जा रहे है. अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा संस्कारी बने तो आपको अपने बच्चों को प्रकृति से जोड़कर रखना होगा, आपको उन्हें प्रकृति का महत्व को समझाना होगा.