भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव हार से सबक लेते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अब आम चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी ने प्रदेश प्रभारी के तौर पर स्वतंत्र देव को नियुक्त किया गया है। लेकिन अब पार्टी के अंदर ही उनके खिलाफ बगावत होने लगी है। नेता कह रहे हैं कि इससे पहले देव को विधानसभा चुनाव के लिए ग्वालियर चंबल की जिम्मेदारी दी गई थी। पार्टी को सबसे बुरी हार वहीं मिली। फिर भी पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें लोकसभा के लिए कमान सौंप दी।
पार्टी नेताओं में आलाकमान के इस फैसले से आक्रोश है। लेकिन खुलकर कोई इस बारे में नहीं बोल रहा है। दबी जुबान चर्चा कर रहे हैं। पार्टी नेताओं का मानना है कि लोकसभा के लिए प्रभारी बनाए गए स्वतंत्र देव की प्रदेश में खास पकड़ नहीं है। पार्टी नेताओं के साथ भी उनका कोई खास तालमेल नहीं है। लेकिन पार्टी ने उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है तो उनकी बात का ख्याल रखा जाएगा।
वहीं, पार्टी के एक धड़े का कहना है कि ग्वालियर-चंबल में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद अब वह कैसे पार्टी की नैया पार लगाएंगे इस को लेकर संशय है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि हाईकमान को प्रदेश के किसी कद्दावर नेता को यह जिम्मेदारी सौंपनी चाहिए थी। जिनकी संगठन और पार्टी के में अच्छी पकड़ है। लेकिन ऐसा नहीं होने से लोकसभा चुनाव के नतीजों पर भी काफी प्रभाव पड़ सकता है। गौरतलब है कि बुधवार को बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कई प्रदेशों के लोकसभा प्रभारी और सह प्रभारी नियुक्त किए हैं।