भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी तैयारियों में जुट गई है। लोकसभा चुनाव प्रभारी स्वतंत्र देव लगातार मैराथान बैठकों कर रहे हैं। गुरूवार को महाकौशल के मंडला में बीजेपी पदधिकारियों के साथ वह बैठक करेंगे।
दरअसल, महाकौशल की 6 सीटों में कांग्रेस के पास सिर्फ छिंदवाड़ा सीट ही है। यहां से वर्तमान सीएम कमलनाथ सांसद हैं। 2014 में बीजेपी बाकी पांच सीटों पर जीती थी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बूथ स्तर पर केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार की मानीटरिंग की रिपोर्ट मांगी है। इसे देखते हुए एमपी में लोकसभा चुनाव प्रभारी स्वतंत्र देव सिंह और सह प्रभारी सतीश उपाध्याय ने स्थानीय पदाधिकारियों से कहा है कि वे मंडल से लेकर बूथ तक टीम बनाएं ताकि केंद्र सरकार की योजनाओं की पूरी रिपोर्ट संगठन उपलब्ध कराए। यही नहीं राजधानी भोपाल में भी लोकसभा प्रभारी शुक्रवार को बैठक लेंगे। बताया जा रहा है भोपाल में होने वाली बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह व संगठन महामंत्री सुहास भगत भी मौजूद रहेंगे।
इससे पहले सिंधिया के गढ़ में भाजपा ने बैठक कर केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी ली थी। स्वतंत्र देव सिंह ने गुना-शिवपुरी, भिंड, ग्वालियर और मुरैना की चारों सीटों को लेकर चर्चा की थी। बीजेपी इस बार सिंधिया और कमलनाथ के गढ़ में सेंध लगाने की कोशिश में है। लेकिन विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद उसे यहां संघर्ष करना होगा।
कांग्रेस अब लोकसभा चुनाव में इन सभी सीटों पर अपनी मौजूदा बढ़त बनाए हुए रखना चाह रही है। इनमें से तीन लोकसभा सीटें छिंदवाड़ा, गुना और झाबुआ पर वर्तमान में कांग्रेस का ही कब्जा है। छिंदवाड़ा से मुख्यमंत्री कमलनाथ, गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया तो झाबुआ से कांतिलाल भूरिया पार्टी के सांसद हैं, वहीं कांग्रेस अपने प्लान 20 के तहत बाकी उन सात लोकसभा सीटों पर भी फोकस कर रही, जहां विधानसभा चुनाव में वह बीजेपी को कड़ी टक्कर देती नजर आ रही है।
अगर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिले वोटों का प्रतिशत देखें तो पार्टी जबलपुर, दमोह, सतना, बालाघाट, होशंगाबाद, उज्जैन और सागर में बीजेपी को लोकसभा चुनाव में मिले वोटों के बड़े अंतर को पाटने में काफी सफल हुई है। इसमें से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह की जबलपुर लोकसभा सीट, बीजेपी के बड़े नेता प्रहलाद पटेल की दमोह लोकसभा सीट, विंध्य के दिग्गज नेता गणेशसिंह की सतना सीट पर कांग्रेस बीजेपी को कड़ी टक्कर देती नजर आ रही है। महाकौशल में 39 विधानसभा सीटें हैं। यहां लोकसभा के 6 सीटों में से 01 कांग्रेस के पास और 05 भाजपा के पास हैं। 03 राज्यसभा सीटों में से 01 कांग्रेस के पास और 02 भाजपा के पास है। माहकौशल को बीजेपी का गढ़ माना जाता है।