भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। उपचुनाव के नतीजों के बाद सोमवार को बीजेपी के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव के एक बयान से राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है। मुरलीधर से पत्रकार वार्ता के दौरान एक पत्रकार ने पूछा कि क्या बीजेपी अनुसूचित जाति- अनुसूचित जनजाति की पार्टी होगी, इस सवाल के जवाब में मुरलीधर राव ने कहा कि हमारी जेब में पहले से ब्राह्मण और बनिया हैं। मुरलीधर राव ने कहा कि प्रदेश में हमने दो धुव्रीय राजनीति को देखा है। इसमें एक तरफ कांग्रेस और दूसरी तरफ बीजेपी। अब हमने संकल्प लिया है कि दो ध्रुवीय राजनीति के चलते अब अदला-बदली की राजनीति नहीं होगी। बीजेपी लंबे समय तक सरकार में रहेगी। हम हर चुनौती को स्वीकार करेंगे और हर संकल्प को पूरा कर पंचायत से लेकर संसद तक भाजपा को बहुमत से जिताते रहेंगे।पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को लेकर भी मुरलीधर ने कटाक्ष करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह हमारा साथ दे रहे हैं। बहुत साथ रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस के दो रंग है। दिग्विजय सिंह कांग्रेस के उस रंग को अपने ट्वीट, बयानों से जनता के सामने रख रहे हैं। इस सब से बीजेपी का जनाधार बढ़ रहा है।
… शिवराज ने क्यों कहा वैक्सीन का दूसरा डोज नहीं लगवाना शर्म की बात है
वही मुरलीधर के इस बयान को पीसीसी चीफ कमलनाथ ने आड़े हाथों लिया है। कमलनाथ ने कहा कि ये तो ब्राह्मण-बनिया वर्गों का अपमान है। बीजेपी के मुताबिक ये वर्ग उनकी बपौती है, उनकी जेब में है। हालांकि, अपने इस बयान के बाद मुरलीधर ने सफाई पेश की है। हालांकि कुछ देर बाद ही जब मुरलीधर के इस बयान को लेकर नाराजगी भरे बयान सामने आने शुरू हुए तो मुरलीधर ने भी अपना बयान जारी कर दिया की उनकी मंशा किसी का अपमान करना नहीं थी। उन्होंने कहा- ब्राह्मण हो या बनिया चाहे जनजाति सभी भारत के अंग है, हालांकि अपने बयान की सफाई पर भी मुरलीधर कांग्रेस पर हमला करते नजर आए।
मुरलीधर राव के विवादित बयान पर अखिल भारतीय ब्राम्हण समाज ने भी कड़ी आपत्ति जताई है। अखिल भारतीय ब्राम्हण समाज ने बीजेपी को ही चेतावनी दे दी। उन्होंने कहा की अगर बीजेपी और मुरलीधर राव ने माफी नही मांगी तो प्रदेश भर में उग्र आंदोलन प्रदर्शन होगा। ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष ने चेतावनी देते हुए कहा की 2018 में माई के लालो ने बीजेपी को सत्ता से बाहर किया था, 2023 में फिर वही दोहराने पर बीजेपी मजबूर ना करें