भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। चुनावी सरगर्मियों के बीच लोकायुक्त (Lokayukta) ने बड़ी कार्रवाई की है। लोकायुक्त ने रायसेन जिले (Raisen district) में मध्यप्रदेश क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक (Branch Manager of Madhya Pradesh Regional Rural Bank) और ड्राइवर (Driver) को रिश्वत (bribe) लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। आरोप है कि किसान (Farmers) से केसीसी लोन (KCC Loan) पास करने के एवज में रिश्वत की मांग की गई थी।
मध्यप्रदेश क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक और ड्राइवर को लोकायुक्त की टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा है। बताया जा रहा है किसान से केसीसी लोन पास करने के एवज में 18 हजार की रिश्वत मांगी गई थी। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (Prevention of corruption act) के अंतर्गत कार्यवाही की जा रही है।
मामला उदयपुरा के पास सिलारी ग्रामीण बैंक (Grameen Bank) का है। यहां मध्यप्रदेश क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक का शाखा प्रबंधक अंकित मिश्रा और ड्राइवर हेमंत धाकड़ ने किसान छोटेराम लोधी पिता शुम्मा लाल लोधी निवास ग्राम केतौघान जिला रायसेन से केसीसी लोन पास करने के एवज में 18 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी।
इसकी शिकायत किसान ने भोपाल (Bhopal) लोकायुक्त से की थी और आवेदन में बताया था कि उसकी और भाई खेमचंद की 4-4 एकड़ कुल 8 एकड़ कृषि भूमि हैं। जिसके लिए KCC ऋण के लिए मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा सिलारी खुर्द रायसेन में आवेदन किया था, जिसमें आवेदक की KCC लिमिट 1,82,000 रुपए और उसके भाई की 1,76,000 रुपए, इस प्रकार कुल 3,58,000 रुपए के ऋण को स्वीकृत करने के एवज में 5 प्रतिशत अर्थात लगभग 18,000 रुपए रिश्वत की मांग शाखा प्रबंधक अंकित मिश्रा ने की है।
किसान की शिकायत पर जांच के बाद लोकायुक्त टीम ने योजना बनाई और किसान को पैसे लेकर भेजा। जैसे ही किसान ने अंकित मिश्रा और हेमंत धाकड़ को रिश्वत के पैसे दिए टीम ने दोनों को रंगे हाथों पकड़ लिया। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में लोकायुक्त टीम द्वारा मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा सिलारि खुर्द रायसेन में कार्यवाही की गई।टीम ने आरोपी शाखा प्रबंधक अंकित मिश्रा और उसके ड्राइवर हेमंत धाकड़ के विरुध्द भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही जारी है। लोकायुक्त की लगभग आधा दर्जन सदस्यीय टीम ने कार्रवाई की है।