सागर। मुख्यमंत्री कमलनाथ के कुनबे में बुंदेलखंड का भी ख्याल रखा गया है। बुंदेलखंड को कांग्रेस सरकार में तीन मंत्रियों की सौगात मिली है। इसमें 2 मंत्री सागर जिले तो एक निवाड़ी जिले से है। इससे पहले भी भाजपा सरकार में बुंदेलखंड से 3 मंत्री ही हुआ करते थे।
निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर विधानसभा से पांचवी बार विधायक बने बृजेंद्रसिंह राठौर को सबसे पहले कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। इसके बाद सागर जिले के देवरी से विधायक हर्ष यादव और सुरखी से विधायक गोविंद सिंह राजपूत को कैबिनेट मंत्री की शपथ राज्यपाल आनंदी बेन पटैल द्वारा दिलाई गई। हालांकि, शपथ ग्रहण के पूर्व से इन नामों को मंत्रीमंडल में जगह मिलना तय माना जा रहा था।
मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में फैले बुंदेलखंड की समस्याएं सालों से जस की तस हैं। यहां कुल 45 से 50% इलाका ही सिंचित है। गांवों से आधी आबादी पलायन कर गई है। पानी और पलायन की इन दो बड़ी समस्या के बीच यहां 2019 के आम चुनाव होंगे। मध्यप्रदेश के लोकसभा क्षेत्र के सांसद अपने लोगों के बीच में रहते तो हैं, लेकिन उल्लेखनीय कार्य नहीं कर पाते। यहां तक कि केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार भी यहां कोई बड़ी योजना नहीं ला पाए हैं। मध्य प्रदेश सरकार में बुंदेलखंड से छह विधायक मंत्री थे, जिनमें से पांच तो कद्दावर मंत्री थे, लेकिन इनके विकास कार्य सिर्फ अपने क्षेत्रों तक सीमित रहे।