सांसद पटेल ने लिया था यह संकल्प, अब मंत्री बनने के बाद होगा पूरा

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भोपाल।

विदिशा।  केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) बने मध्यप्रदेश की दमोह लोकसभा सीट से सांसद प्रह्लाद पटेल अब अपने कामों में जुट गए हैं। मंत्री प्रह्लाद पटेल के संसदीय क्षेत्र दमोह में 17 साल पहले कुंडलपुर के रुकमणी मठ से माता रुक्‍मणी की प्रतिमा चोरी हो गई थी। तबसे प्रह्लाद पटेल विदिशा के ग्यारसपुर में पुरातत्व विभाग के स्टोर रूम में रखी माता रुक्‍मणी की प्रतिमा की वापसी चाहते थे। उनका यह संकल्प आखिरकार अब केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री बनने के बाद पूरा हो सकेगा। क्योंकि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, केंद्रीय पर्यटन विभाग के अंतर्गत ही आता है।  मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता इस प्रतिमा को ग्यारसपुर से दमोह के कुंडलपुर पहुंचाना है। 

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बता दें कि चोरी हो जाने के एक ��ाल बाद प्रतिमा राजस्थान के हिंडोन जिले से तीन चोरो के पास बरामद हुई थी। तबकी दिग्विजयसिंह सरकार ने सुरक्षा के लिहाज से प्रतिमा कुंडलपुर भेजने के बजाय विदिशा जिले के ग्यारसपुर में स्थित भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के स्टोर रूम में रखवा दी थी। उसके बाद प्रतिमा को वापस लाने के लिए दमोह जिले में कई आंदोलन हुए। जब प्रह्लाद पटेल दमोह से सांसद चुने गए तब उन्होंने वर्ष 2017 में इस प्रतिमा को वापस लाने के लिए सार्वजनिक रूप से संकल्प लिया था।

पूर्व मुख्यमंत्री को भी लिख चुके पत्र

सांसद प्रह्लाद पटेल ने पिछले साल सूबे के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को भी पत्र लिख कर प्रतिमा के लिए आग्रह किया था। उसके बाद विधानसभा चुनाव के दौरान शिवराजसिंह चौहान ने प्रतिमा की वापसी के लिए घोषणा की थी। बावजूद इस प्रयास के प्रतिमा स्टोर रूम से बाहर नहीं निकाली जा सकी थी। 

लोकसभा में भी उठा चुके हैं मुद्दा 

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल अपने पिछले संसदीय कार्यकाल के दौरान बीते वर्ष इस विषय को लोकसभा में भी उठा चुके हैं। उन्होंने संसद में कहा था कि सुरक्षा का हवाला देकर प्रतिमा की वापसी को रोकना उचित नहीं है। दमोह के रानी दमयंती पुरातत्व संग्रहालय में भी सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम हैं। प्रतिमा को वहां रखा जा सकता है। उस समय तबके पर्यटन मंत्री ने प्रतिमा वापसी का आश्वासन दिया था।


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